क्या आप कभी सोचते हैं कि शेयर बाजार में रोज़ कौन‑सी बातें बदलती रहती हैं? अगर हाँ, तो आप अकेले नहीं हैं। हर दिन नई कंपनियों के इकोनोमी डेटा, सरकारी नीतियां और वैश्विक घटनाएं मार्केट को हल्के‑फ़ुल्के बदलावों से घेर लेती हैं। इस लेख में हम समझेंगे कि आज का बाजार कैसे चल रहा है और आपके पैसे को सुरक्षित रखने के लिए कुछ बुनियादी टिप्स क्या हो सकते हैं।
बाजार खोलते ही कई सेक्टरों में उतार‑चढ़ाव देखे गए। बैंकिंग स्टॉक्स को RBI की दर नीति पर हल्का समर्थन मिला, जबकि टेक कंपनियों के शेयर विदेशी निवेशकों के निकास से थोड़ा नीचे आए। सबसे बड़ी खबर थी कि नयी सरकार ने मिड‑कैप कंपनियों के लिए कर रियायतें दीं, जिससे इनका वॉल्यूम बढ़ा। साथ ही, अंतरराष्ट्रीय तेल कीमतों में गिरावट ने एटीएम और ऊर्जा सेक्टर को हल्का दबाव दिया। अगर आप आज ट्रेड करने की सोच रहे हैं तो ये बिंदु ध्यान रखें – छोटे‑वित्तीय स्टॉक्स पर थोड़ा भरोसा रख सकते हैं जबकि हाई‑वोलैटिलिटी वाले टेक शेयर से सावधान रहें।
एक और ट्रेंड जो नजर में आया वो है “इंडेक्स फ्यूचर्स” का बढ़ता प्रयोग। कई ट्रेडर अब अपने पोर्टफ़ोलियो को इंडेक्स के साथ हेज कर रहे हैं, जिससे बाजार की तेज़ गिरावट में नुकसान कम हो रहा है। यदि आप नया निवेशक हैं तो इस रणनीति को समझना आपके लिए फायदेमंद रहेगा, क्योंकि यह जोखिम को सीमित करने का एक सस्ता तरीका है।
1. लक्ष्य तय करें: सबसे पहले अपने निवेश का उद्देश्य स्पष्ट करें – क्या आप लंबी अवधि में रिटायरमेंट बचत चाहते हैं या अल्पकालिक लाभ? लक्ष्य जानने से सही स्टॉक्स चुनना आसान हो जाता है।
2. विविधता लाएं: सारा पैसा एक ही शेयर में नहीं डालें। बड़े, मिड और छोटे कैप के मिश्रण से पोर्टफ़ोलियो बनाएं। इस तरह एक सेक्टर गिरने पर भी आपके अन्य निवेश उसे संतुलित करेंगे।
3. नियमित रूप से रिव्यू करें: हर महीने या तिमाही में अपने शेयरों की प्रदर्शन चेक करें। अगर कोई स्टॉक लगातार नुकसान दे रहा है तो कारण समझें और जरूरत पड़ने पर बाहर निकलें। यह आदत आपको बड़ी गलती से बचाएगी।
4. बाजार समाचार को फॉलो करें: हर सुबह 15‑20 मिनट शेयर बाज़ार की प्रमुख खबरों, रिज़र्व बैंक के फैसलों और अंतरराष्ट्रीय इवेंट्स पर नजर डालें। छोटे‑सुरक्षा अपडेट भी बड़े बदलाव ला सकते हैं।
5. भावनाओं को नियंत्रण में रखें: जब मार्केट ऊपर-नीचे हो तो घबराएँ नहीं। अक्सर निवेशकों की बड़ी गलतियों का कारण डर या लालच होता है। अपने प्लान पर टिके रहें और अचानक निर्णय न लें।
इन सरल नियमों के साथ आप शेयर बाजार में सुरक्षित शुरुआत कर सकते हैं। याद रखें, शेयर बाजार कोई जुगारी खेल नहीं बल्कि दीर्घकालिक धन निर्माण का उपकरण है। अगर आपको अभी भी समझ नहीं आ रहा कि कहाँ निवेश शुरू करें तो एक भरोसेमंद वित्तीय सलाहकार से बात करना फायदेमंद रहेगा।
आखिर में यही कहेंगे – शेयर बाजार की खबरों पर नजर रखें, अपने लक्ष्य को याद रखें और लगातार सीखते रहें। यही तरीका है जिससे आपका पोर्टफ़ोलियो समय के साथ बढ़ेगा।
स्विग्गी, भारत की प्रमुख फूड डिलीवरी और त्वरित वाणिज्य कंपनी, 6 नवंबर को अपना आईपीओ लॉन्च करने जा रही है। आईपीओ के प्राइस बैंड की घोषणा 30 अक्टूबर को की जाएगी। यह आईपीओ एक नई शेयर इश्यू के साथ-साथ मौजूदा शेयरधारकों की ओर से बिक्री के प्रस्ताव के रूप में होगा। कंपनी इस आईपीओ के माध्यम से अपनी दृश्यता और ब्रांड इमेज को बढ़ाने के साथ-साथ मौजूदा शेयरधारकों के लिए तरलता प्रदान करने की योजना बना रही है।
सारस्वती साड़ी डिपो के प्रारंभिक सार्वजनिक प्रस्ताव (IPO) को जोरदार प्रतिक्रिया मिली है, जिसमें रिटेल पोर्शन सिर्फ एक घंटे के अंदर ही पूर्णत: सब्सक्राइब हो गया। बीएसई के अनुसार, इस IPO को 2,11,18,860 शेयरों के लिये बोलियाँ प्राप्त हुईं, जबकि मात्र 1,00,00,800 शेयरों की उपलब्धता थी।
Unicommerce eSolutions के IPO ने पहले दिन 1.12 गुना सदस्यता हासिल की। ₹2,000 करोड़ जुटाने के लक्ष्य के साथ, इस IPO में खुदरा निवेशकों की प्रमुख भागीदारी देखी गई। कंपनी का GMP ₹10 पर है और IPO 9 अगस्त, 2024 को बंद होगा। इस IPO से जुटाया पैसा कर्ज चुकाने और सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए उपयोग किया जाएगा।
अमेरिकी शेयर बाजार में लगातार दूसरे दिन भारी गिरावट दर्ज की गई, जिससे मंदी की चिंताएं और बढ़ गईं। बेरोजगारी दर 4.3% पर पहुंच गई, जो तीन वर्षों में सबसे अधिक है। Fed की बैठक में ब्याज दरों को स्थिर रखने के फैसले के चलते आर्थिक मंदी की आशंका बढ़ गई है।
बजट दिवस 2024 पर शेयर बाजार के लाइव अपडेट्स। घरेलू इक्विटी बेंचमार्क Nifty50 और Sensex के हल्के उछाल के साथ खुलने की उम्मीद है। निवेशक वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के 7वें केंद्रीय बजट भाषण का इंतजार कर रहे हैं। बजट में रेलवे, रक्षा, सड़कों और राजमार्गों के लिए बड़ी राशि का आवंटन किया गया है।
3 जून 2024 को भारतीय शेयर बाजार ने रिकॉर्ड हाई पर शुरुआत की, जिसका कारण एग्जिट पोल के नतीजे थे, जो भाजपा के NDA की स्पष्ट जीत की ओर संकेत कर रहे थे। NSE निफ्टी 50 और BSE सेंसेक्स दोनों में ही 3.5% से अधिक की तेजी देखी गई। FII और DII ने भी बड़े निवेश किए।