शेयर बाजार में हल्की तेजी: निवेशकों की निगाहें बजट भाषण पर
बजट दिवस 2024 पर शेयर बाजार में हल्की तेजी का माहौल देखा गया। घरेलू इक्विटी बेंचमार्क Nifty50 और Sensex के कुछ अंक ऊपर खुलने की संभावना थी, जिसके पीछे GIFT Nifty वायदा ने 32.5 अंकों, या 0.1 प्रतिशत की बढ़त के साथ 24,543 अंक पर कारोबार किया। सभी की निगाहें वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के 7वें केंद्रीय बजट भाषण पर थीं।
आज के दिन को ध्यान में रखते हुए, निवेशक बजट घोषणाओं से बाजार पर पड़ने वाले प्रभाव का आंकलन करने में जुटे थे। यह बजट वित्तीय बाजारों के लिए कुछ चुनौतीपूर्ण परिस्थितियाँ लेकर आया है, जैसा कि Axis Securities ने अपने विश्लेषण में बताया। बजट के प्रमुख बिंदुओं में रेलवे क्षेत्र के लिए 2.55 लाख करोड़ रुपये का आवंटन, रक्षा के लिए 6.21 लाख करोड़ रुपये और सड़कों और राजमार्गों के लिए 2.78 लाख करोड़ रुपये का आवंटन शामिल था।
बजट दिवस के लाइव अपडेट्स और बाजार विश्लेषण
Dalal Street पर बजट सत्र के लाइव अपडेट्स का हमेशा ही निवेशकों और विश्लेषकों को बेसब्री से इंतजार रहता है। Zee Business के मैनेजिंग एडिटर अनिल सिंहवी सहित कई विशेषज्ञों की राय और सुझावों को बाजार के खिलाड़ी गौर से सुनते हैं। बाजार की दिशा और विभिन्न शेयरों के प्रदर्शन का अनुमान लगाने में यह विशेषज्ञ राय महत्वपूर्ण हो सकती है।
बजट दिवस पर शेयर बाजार के प्रदर्शन का मूल्यांकन करते हुए, यह देखा गया कि निवेशकों की सोच मुख्य रूप से बजट घोषणाओं पर केंद्रित थी। कई विश्लेषकों ने विभिन्न क्षेत्रों पर बजट के संभावित प्रभावों का विस्तार से विश्लेषण किया। विशेषकर, रक्षा, रेलवे और सड़क निर्माण जैसे क्षेत्रों में बड़े आवंटनों ने निवेशकों का ध्यान खींचा।
सेक्टर विश्लेषण और विशेषज्ञों की राय
विशेषज्ञों का मानना है कि रेलवे क्षेत्र को 2.55 लाख करोड़ रुपये के आवंटन से इस क्षेत्र में व्यापक सुधार की उम्मीद है। इससे न केवल यातायात में सुधार होगा, बल्कि रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। रक्षा क्षेत्र के लिए 6.21 लाख करोड़ रुपये का आवंटन राष्ट्रीय सुरक्षा को और मजबूत करने में सहायक होगा।
इसके साथ ही, सड़कों और राजमार्गों के लिए 2.78 लाख करोड़ रुपये के आवंटन से इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास की रफ्तार तेज होगी। यह न केवल उद्योगों को लाभान्वित करेगा, बल्कि ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों को आपस में जोड़ने में भी मददगार साबित होगा।
मार्केट विश्लेषकों का यह भी मानना है कि बजट घोषणाओं के बाद, कुछ क्षेत्रों में अल्पकालिक चुनौतियाँ उत्पन्न हो सकती हैं, जो कि लंबे समय में स्थिरता और विकास के अवसर प्रदान करेंगी।
अर्थव्यवस्था पर बजट का प्रभाव
कुल मिलाकर, बजट 2024 को भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए मिश्रित प्रतिक्रिया मिली है। जहाँ कुछ क्षेत्रों में सकारात्मक प्रभाव दिखाई दे रहा है, वहीं कुछ क्षेत्रों में चुनौतियाँ भी उभर रही हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि इन चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों का सही ढंग से प्रबंधन किया गया, तो भारतीय बाजार दीर्घकालिक स्थिरता की दिशा में अग्रसर हो सकता है।
विश्लेषकों का मानना है कि बजट 2024 भारतीय बाजारों में बहुत हद तक स्टॉक चुनने में निवेशकों की चुस्त नजरिया आवश्यक होगा। उन्होंने यह भी इशारा किया कि निवेशक बजट के विस्तृत बिंदुओं पर ध्यान दें और दीर्घकालिक रणनीतियाँ तैयार करें।
बजट घोषणाओं के बाद, इंडेक्स आधारित स्टॉक्स के साथ-साथ क्षेत्रीय स्टॉक्स में भी काफी हलचल देखी जा रही है। निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे अपने निवेश को विभाजित और विविधीकरण रणनीति के तहत प्रबंधित करें।
अंततः, बजट 2024 ने भारतीय वित्तीय बाजारों में नई गतिशीलता जोड़ी है। निवेशकों को अपनी रणनीतियों को नियमित रूप से पुनःआकलन करने और तदनुसार समायोजन करने की आवश्यकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि एक अच्छा निवेश वही है जिसमें धैर्य और विवेक की महत्वपूर्ण भूमिका हो।
Prince Nuel
जुलाई 24, 2024 AT 17:44ये बजट तो बस एक नए नाम के साथ पुरानी चीजें दोहरा रहा है। रेलवे के लिए 2.55 लाख करोड़? अरे भाई, पिछले 5 साल में कितना खर्च हुआ और कितना बदला? फिर भी हर साल नया बजट लाते हैं जैसे कुछ नया हुआ हो।
Sunayana Pattnaik
जुलाई 25, 2024 AT 11:42इतना पैसा खर्च करके भी जब रेलवे में टॉयलेट भी ठीक नहीं चलते, तो बस एक बड़ा धोखा है। ये सब बातें बस टीवी पर दिखाने के लिए हैं।
akarsh chauhan
जुलाई 25, 2024 AT 16:12दोस्तों, बजट तो बस एक शुरुआत है। अगर हम सब मिलकर इन प्रोजेक्ट्स की ट्रैकिंग करें और लोकतंत्र के जरिए जवाबदेही मांगें, तो ये पैसा वाकई बदलाव ला सकता है। निराशा की जगह जिम्मेदारी लें।
soumendu roy
जुलाई 26, 2024 AT 04:32इस बजट के तहत आर्थिक विकास का आधार निर्माण तो हुआ है, लेकिन सामाजिक समानता का आधार अभी भी अधूरा है। जब तक वित्तीय निर्णय न्याय के साथ नहीं जुड़ेंगे, तब तक ये सब बस एक नाटक है।
Kiran Ali
जुलाई 26, 2024 AT 18:36हर साल यही बातें, हर साल यही नंबर। बजट नहीं, बजट का नाटक है। अगर आपको लगता है कि ये सब वाकई लोगों के लिए है, तो आप बहुत बेवकूफ हैं।
Kanisha Washington
जुलाई 27, 2024 AT 19:34बजट का मकसद अर्थव्यवस्था को स्थिर करना है, और यहाँ तो इसके लिए आवंटन भी हुआ है, लेकिन इसकी व्यावहारिक लागू होने की प्रक्रिया अभी तक अस्पष्ट है।
Rajat jain
जुलाई 29, 2024 AT 02:02इन आंकड़ों से ज्यादा जरूरी है कि ये पैसा कहाँ जा रहा है। अगर ये बर्बाद हुआ, तो बजट बनाने वाले किसी को नहीं, हम सब को भुगतना पड़ेगा।
Gaurav Garg
जुलाई 29, 2024 AT 18:00अरे भाई, ये बजट तो ऐसा है जैसे किसी को एक नया फोन दे दिया गया हो, लेकिन उसके पास इंटरनेट न हो। कितना खर्च हुआ, लेकिन क्या असली जरूरत पूरी हुई?
Ruhi Rastogi
जुलाई 30, 2024 AT 03:03रेलवे पर पैसा लगाया तो अब ट्रेनों में वाईफाई आएगा? नहीं भाई, बस बजट बन गया।
Suman Arif
जुलाई 31, 2024 AT 15:58ये सब बातें बस एक दिखावा है। असली गरीबी के बारे में कुछ नहीं कहा गया। ये बजट तो बस अमीरों के लिए है।
Amanpreet Singh
अगस्त 1, 2024 AT 08:23भाईयों और बहनों, बजट तो बस शुरुआत है, अब हमें इसे ट्रैक करना होगा। अगर हम लोग जाग जाएं, तो ये पैसा वाकई काम आएगा। एक बार अपने MLA को बुलाओ, और पूछो कि ये पैसा कहाँ गया।
Kunal Agarwal
अगस्त 1, 2024 AT 19:53अगर आप देखें तो रेलवे और सड़कों पर निवेश भारत के आंतरिक बाजार को बढ़ावा देगा। गाँवों तक पहुँच बढ़ेगी, बाजार फैलेंगे, और छोटे उद्यमी भी फायदा उठाएंगे। ये बहुत बड़ी बात है।
Abhishek Ambat
अगस्त 2, 2024 AT 07:11बजट बनाने वाले तो दिल्ली में हवाई जहाज से आते हैं, गाँवों की गंदगी नहीं देखते। ये बजट तो एक फिल्म है, जिसमें हम सब बैकग्राउंड चार्जर हैं 😔
Meenakshi Bharat
अगस्त 3, 2024 AT 06:29बजट के तहत बड़े आवंटन तो हुए हैं, लेकिन उनके वितरण की प्रक्रिया, उनकी लागू होने की गति, और उनके प्रभाव का मूल्यांकन इस बार भी अधूरा है, जिसके कारण ये आवंटन वास्तविक बदलाव के बजाय बस एक आंकड़ा बन जाते हैं।
Sarith Koottalakkal
अगस्त 4, 2024 AT 09:56ये सब बातें तो बस बाजार को शांत करने के लिए हैं। असली बात तो ये है कि अब तक किसी ने बुरी तरह से गरीबों की मदद नहीं की।
Sai Sujith Poosarla
अगस्त 5, 2024 AT 01:26अगर ये बजट असली था तो अब तक हमारे बाजार में चीनी चीजें नहीं होतीं। ये सब बजट बस एक धोखा है। भारत को अपने अंदर की ताकत पर भरोसा करना चाहिए।
Sri Vrushank
अगस्त 6, 2024 AT 02:53बजट बनाने वाले ने इंटरनेट के बिना डिजिटल भारत की बात की है और अभी तक किसी को नहीं बताया कि गाँवों में इंटरनेट कैसे चलेगा। ये सब एक बड़ी चाल है।
Praveen S
अगस्त 6, 2024 AT 11:08ये बजट अगर सही तरीके से लागू हो गया, तो ये भारत के लिए एक नया अध्याय शुरू कर सकता है, लेकिन अगर इसकी निगरानी नहीं हुई, तो ये सिर्फ एक बड़ा बाजार बन जाएगा।
mohit malhotra
अगस्त 7, 2024 AT 19:55इन्फ्रास्ट्रक्चर फंडिंग के तहत ये आवंटन एक कैपिटल एक्सपेंडिचर है जो लॉन्ग-टर्म रिटर्न के लिए अनुकूल है, लेकिन इसके लिए एक स्ट्रॉन्ग गवर्नेंस मॉडल की आवश्यकता है जो ट्रांसपेरेंसी और एकाउंटेबिलिटी को गारंटी करे।
Gaurav Mishra
अगस्त 9, 2024 AT 02:37बजट बना, बाजार चला, अब अगला बजट देखते हैं।