रिकॉर्ड हाई पर भारतीय शेयर बाजार
3 जून 2024 का दिन भारतीय शेयर बाजार के लिए ऐतिहासिक रहा। सुबह बाजार खुलते ही एनएसई निफ्टी 50 और बीएसई सेंसेक्स में 3.58% और 3.51% की वृद्धि दर्ज की गई। यह उछाल मुख्यतः एग्जिट पोल के परिणामों के कारण था, जिन्होंने भाजपा-नेतृत्व वाली एनडीए की स्पष्ट जीत की ओर संकेत दिया था।
बाजार में इस तेजी के कारण निवेशकों में जबरदस्त उत्साह देखा गया। एनएसई निफ्टी 50 और बीएसई सेंसेक्स के साथ-साथ चौगुने सूचकांक, जैसे निफ्टी बैंक और क्षेत्रीय मिडकैप इंडेक्स ने भी अपने सभी समय के उच्चतम स्तर को छुआ।
कृष्ण लैब साइंसेज आईपीओ
कृष्ण लैब साइंसेज का आईपीओ भी इसी दिन खुला, जिसका प्राइस बैंड ₹129-136 प्रति इक्विटी शेयर तय किया गया था तथा इसका लक्ष्य ₹130.15 करोड़ जुटाना था। इस आईपीओ के प्रति निवेशकों में काफी रुचि देखी गई, जो बाजार में उपस्थित सकारात्मकता का एक और संकेत था।
बाजार विश्लेषकों की राय
विक्रम कसाट और सहज अग्रवाल जैसे बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले दिनों में वोलाटिलिटी में कमी और बाजार में एक मजबूत तेजी देखी जा सकती है। उनका कहना है कि एग्जिट पोल के नतीजों के बाद निवेशकों का विश्वास बढ़ा है, जो निवेश के लिए अनुकूल माहौल बना सकता है।
शीर्ष प्रदर्शन करने वाले शेयर
निफ्टी 50 में शीर्ष प्रदर्शन करने वाले शेयरों में पावर ग्रिड कॉर्प, अडानी पोर्ट्स और SEZ, एनटीपीसी, बीपीसीएल और अडानी एंटरप्राइजेज शामिल थे। इन कंपनियों के शेयरों में मजबूती निवेशकों के बढ़ते विश्वास का प्रतीक है।
बाजार अस्थिरता में कमी
विक्स (VIX) में 19% से अधिक की गिरावट दर्ज की गई, जो अब 19.78 पर पहुंच गई। यह बाजार में घटती अस्थिरता और निवेशकों की बढ़ती स्थिरता का संकेत है। विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) और घरेलू संस्थागत निवेशकों (DII) ने क्रमशः ₹1,613.24 करोड़ और ₹2,114.17 करोड़ के शेयर खरीदे।
वैश्विक बाजारों का रुझान
भारतीय बाजारों की तरह, वैश्विक बाजारों में भी सकारात्मक रुख देखा गया। डॉव जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज में 574.84 अंकों या 1.51% की वृद्धि दर्ज की गई, जबकि अमेरिकी डॉलर सूचकांक (DXY) 0.10% गिरकर 104.52 पर ट्रेड करता देखा गया।
इस प्रकार, भारतीय शेयर बाजार में 3 जून 2024 का दिन काफी महत्वपूर्ण और सकारात्मकता से भरा रहा। आने वाले समय में निवेशकों की नजरें इन बदलते रुझानों पर टिकी रहेंगी।