ओखला चुनाव में तगड़ी प्रतिस्पर्धा

दिल्ली विधानसभा के ओखला विधानसभा क्षेत्र में 2025 के चुनाव ने एक महत्वपूर्ण संग्राम देखा, जहां आम आदमी पार्टी (आप) के अमानतुल्लाह खान ने लगातार तीसरी बार जीत हासिल की। दो बार विधायक रह चुके खान ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के मनीष चौधरी, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (आईएनसी) की अरीबा खान और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के शिफा उर रहमान खान जैसे मजबूत दावेदारों को पीछे छोड़ा।

वैसे तो सुबह 10:30 बजे तक के रुझानों में चौधरी 14,830 वोटों की बढ़त लिए हुए थे, लेकिन 11:30 बजे खान ने 9,518 वोटों की अग्रता लेते हुए सीट बरकरार रखी। हालांकि, इस बार मतदान प्रतिशत 54.96% रहा, जो 2015 और 2020 के चुनावों की तुलना में कम था।

सुरक्षा और विवाद की स्थिति

चुनाव के दौरान सुरक्षा को लेकर कड़े इंतजाम किए गए थे, जिसमें 5,000 से अधिक सुरक्षा कर्मी तैनात थे। इनमें पर्यवेक्षक और सूक्ष्म निरीक्षक शामिल थे, ताकि गिनती प्रक्रिया को सुचारू रूप से पूरा किया जा सके। इस बीच, खान के खिलाफ देर रात प्रचार करने के आरोप में एक एफआईआर भी दर्ज की गई, जिसे उन्होंने राजनीतिक साजिश करार दिया।

ओखला का क्षेत्र 2015 से ही आप का गढ़ माना जाता रहा है। 2020 में खान ने 71,827 वोटों के साथ और 2015 में 64,532 वोटों के साथ यह सीट जीती थी। इस बार एआईएमआईएम की शिफा उर रहमान खान की एंट्री ने मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में वोटों का विभाजन कर दिया, बावजूद इसके भाजपा के चौधरी 65,000 से अधिक वोट पाने के बावजूद हार गए, जबकि कांग्रेस की अरीबा खान खास प्रदर्शन नहीं कर पाईं।

खान की इस जीत ने ओखला क्षेत्र में आप की उपस्थिति को और मजबूत कर दिया है, जो लगातार तीसरी बार यहां विजयी रही है।