चक्रवात फेंगल: चेन्नई और उत्तरी तमिलनाडु के लिए जारी खतरनाक चेतावनी

बे ऑफ बंगाल में मंडराने वाला चक्रवात फेंगल चेन्नई के नजदीक आ रहा है, जिससे पूरे राज्य में भारी बारिश और तेज हवाओं की संभावना बन रही है। भारतीय मौसम विभाग ने चेन्नई और उत्तरी तमिलनाडु के लिए रेड अलर्ट जारी किया है, जिससे तमिलनाडु की राजधानी में अत्यधिक वर्षा के आसार हैं। इस चक्रवात का धीमा गति से आगे बढ़ना स्थिति को और गंभीर बना रहा है जिससे इसकी लैंडफॉल प्रक्रिया में देरी हो रही है। 90 किमी प्रति घंटा तक हवाएँ चलने की संभावना है, जिसका असर उत्तरी तमिलनाडु और पुडुचेरी पर पड़ सकता है।

चेन्नई में चक्रवात का प्रभाव

चेन्नई के कई प्रमुख क्षेत्रों जैसे वड़ापलानी, चूलै और कोरटूर में जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो चुकी है। ग्रेटर चेन्नई कॉर्पोरेशन के अनुसार, 130 से अधिक स्थानों पर जलभराव की रिपोर्ट आ चुकी है, जिससे सामान्य जीवन अस्तव्यस्त हो गया है। बारिश के आंकड़ों से पता चलता है कि चेन्नई के काठिवाक्कम क्षेत्र में सबसे अधिक 12 सेमी वर्षा दर्ज की गई है, जबकि अन्य क्षेत्रों में 6-9 सेमी वर्षा दर्ज की गई। इस संकट का सामना करने के लिए सरकार ने 2000 से अधिक राहत शिविरों की स्थापना की है और 500 से अधिक लोगों को सुरक्षि� स्थलों पर पहुँचाया है।

सरकारी तैयारी और बचाव कार्य

तमिलनाडु सरकार ने आपातकालीन स्थितियों से निपटने के लिए कुछ प्रमुख कदम उठाए हैं। 4100 से अधिक मछली पकड़ने वाली नौकाओं को प्रशासन के परामर्श के बाद तट पर वापस बुला लिया गया है। पूर्वी तट सड़क (ECR) और ओल्ड महाबलीपुरम रोड (OMR) पर सार्वजनिक परिवहन सेवाएँ निलंबित कर दी गई हैं। इसके अतिरिक्त चेन्नई हवाई अड्डे की सेवाएँ दोपहर 12 बजे से शाम 7 बजे तक के लिए रोक दी गई हैं, जिसके परिणामस्वरूप कई उड़ानें रद्द कर दी गई हैं।

मुख्यमंत्री की देखरेख में राहत कार्य

मुख्यमंत्री एम के स्टालिन राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र से राहत कार्यों की निगरानी कर रहे हैं। वे बाढ़ राहत टीमों, शिविरों में भोजन वितरण और जल निकासी कार्यों का समन्वयन कर रहे हैं। नागरिकों से सुरक्षित स्थानों पर रहने का आग्रह किया गया है और समुद्र तट क्षेत्रों से दूरी बनाए रखने के लिए कहा गया है। फेंगल चक्रवात के तट पर पहुँचने के बाद भी भारी बारिश का सिलसिला जारी रहने की संभावना है।

पड़ोसी क्षेत्रों पर प्रभाव

पड़ोसी क्षेत्र आंध्र प्रदेश और श्रीलंका भी चक्रवात के प्रभावों से अछूते नहीं रहे। भारी वर्षा, बाढ़ और भूस्खलन की वजह से इन क्षेत्रों में गंभीर क्षति हुई है। अधिकारियों को आपातकालीन स्थितियों के लिए सचेत किया गया है और प्रभावित लोगों के लिए समुचित राहत उपाय सुनिश्चित किए जा रहे हैं। आईएमडी ने चेतावनी दी है कि यह चक्रवात काराइकल और महाबलीपुरम के बीच पुडुचेरी के नजदीक से गुजर सकता है, जिससे 70-80 किमी प्रति घंटा की गति वाली हवाएँ चल सकती हैं।

शिक्षण संस्थानों पर प्रभाव और सुरक्षा पहलू

तमिलनाडु सरकार ने सभी शिक्षण संस्थानों के लिए छुट्टी की घोषणा की है और आईटी कंपनियों को कर्मचारियों को घर से काम करने की अनुमति देने का अनुरोध किया है। सार्वजनिक परिवहन सेवाएँ पूर्वी तट सड़क (ECR) और ओल्ड महाबलीपुरम रोड (OMR) पर निलंबित रहेंगी। पुडुचेरी में मत्स्य विभाग ने मछुआरों के लिए एडवाइजरी जारी की है, जिसमें उन्हें समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है और उनके बोट और उपकरण को सुरक्षित स्थानों पर भेजने के निर्देश दिए गए हैं।

राज्य सरकार का प्राथमिक लक्ष्य नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है और इसके लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। अधिकारी दृढ़ संकल्पित हैं कि किसी भी संकट से निपटने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएँ। चक्रवात के दौरान नागरिकों को बिजली आपूर्ति प्रभावित न हो, इसके लिए भी प्रयास किए जा रहे हैं और बिजली आपूर्ति की निगरानी की जा रही है। इस बीच, जनता से अपील की जा रही है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और सरकारी सूचना तंत्र का ही अनुसरण करें।