चेन्नई में जारी हुआ भारी बारिश का येलो अलर्ट
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने चेन्नई और उसके 11 समीपवर्ती समुद्री जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी करते हुए आगामी दिनों में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी है। यह चेतावनी दक्षिण बंगाल की खाड़ी के मध्य भाग में चक्रवाती परिसंचरण के कारण दी गई है, जो समुद्र तल से ऊंचाई पर 3.1 किलोमीटर तक फैला हुआ है। इस परिस्थिति से पूर्वी हवाओं की तीव्रता में वृद्धि होगी जिससे चेन्नई और इसके आसपास के क्षेत्रों में व्यापक बारिश होने की संभावना है।
प्रतिकूल मौसम की स्थिति के चलते, अगले 24 घंटों के लिए कांचीपुरम, चेंगलपट्टू, विल्लुपुरम, कुड्डलूर, मयिलाडुथुराई, नागपट्टिनम, तंजावुर, तिरुवरूर, पुदुकोट्टई, और रामनाथपुरम जैसे क्षेत्रों में भारी बारिश का पूर्वानुमान है। साथ ही 8 से 12 नवंबर के बीच थेनी, डिंडीगुल और कन्याकुमारी जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावनाएं जताई गई हैं।
मौसम का मिजाज और तापमान पर असर
अधिकतम तापमान चेन्नई में 32°C तक पहुंचने की संभावना है, जबकि न्यूनतम तापमान 24°C तक गिर सकता है। माँसून के दौरान, गरज के साथ बारिश और बिजली की चमक के साथ ही मध्यम से भारी वर्षा की संभावना जताई गई है। दिन के तापमान 31-32°C के बीच रह सकते हैं और रात के समय यह 24-25°C के बीच स्थिर हो सकते हैं।
9 और 10 नवंबर को 15 तटीय और डेल्टा जिलों में भारी वर्षा की चेतावनी जारी की गई है, जबकि 12 नवंबर को सात जिलों के लिए एक अलग अलर्ट जारी किया जा चुका है। स्थानीय मौसम विशेषज्ञ प्रदीप जॉन ने बताया है कि चेन्नई, कांचीपुरम और तिरुवल्लूर में बौछारें रुक-रुक कर जारी रहेंगी, जो संभवतः दो दिन और रह सकती हैं। इसके बाद बारिश का कटरा दक्षिणी तटीय जिलों की ओर शिफ्ट हो सकता है, जिससे चेन्नई से डेल्टा क्षेत्रों तक सुबह की बौछारें लौट सकती हैं।
मछुआरों के लिए चेतावनी
मौसम विभाग ने मछुआरों को सलाह दी है कि वे 9 नवंबर तक समुद्र में न जाएं क्योंकि दक्षिणपश्चिम बंगाल की खाड़ी के आसपास के तटीय क्षेत्रों में हल्की से मध्यम आंधी चलने की संभावना है। यहां हवाएं 35-45 किमी प्रति घंटा की गति तक पहुंच सकती हैं, और कुछ तटीय इलाकों में 55 किमी प्रति घंटा तक हो सकती हैं। ऐसे में मछुआरों को विशेष सतर्कता बरतने की आवश्यकता है।
इस समय मौसम विभाग हर प्रयास कर रहा है कि आम जनता तक सही व निर्धारित समय पर जानकारी पहुंचाई जा सके। लोगों को सलाह दी गई है कि वे ध्यानपूर्वक मौसम की खबरों को सुनते रहें और आवश्यक होने पर ही बाहर निकलें। इसी के साथ, संबंधित एजेंसियों द्वारा जल निकासी समेत अन्य राहत उपायों को जल्द से जल्द सक्रिय किया जा रहा है ताकि जनता को किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।
Sai Sujith Poosarla
नवंबर 8, 2024 AT 02:25Sri Vrushank
नवंबर 9, 2024 AT 05:43mohit malhotra
नवंबर 10, 2024 AT 09:31Gaurav Mishra
नवंबर 12, 2024 AT 04:24Aayush Bhardwaj
नवंबर 12, 2024 AT 07:04Vikash Gupta
नवंबर 12, 2024 AT 18:38Arun Kumar
नवंबर 13, 2024 AT 00:29Deepak Vishwkarma
नवंबर 14, 2024 AT 00:55Anurag goswami
नवंबर 14, 2024 AT 21:31