तमिलनाडु के कावरापेट्टई में ट्रेन दुर्घटना: क्या हुआ?
शुक्रवार की शाम को तमिलनाडु के कावरापेट्टई में एक ह्रदयविदारक घटना घटित हुई जब मयसूर से दरभंगा जाने वाली बगमती एक्सप्रेस का टकराव एक खड़ी मालगाड़ी से हो गया। इस दुर्घटना ने कई एसी डिब्बों को पटरी से उतार दिया। यह हादसा चेन्नई-गुदुर खंड में उस समय हुआ जब बगमती एक्सप्रेस अचानक जंक्शन की लोअप लाइन में प्रवेश कर गई और खड़ी मालगाड़ी के पिछले हिस्से से टकरा गई। हालांकि, गनीमत यह रही कि इस दुर्घटना में किसी की जान नहीं गई।
घायलों की स्थिति और स्थानीय लोगों का सहयोग
घटना के बाद का दृश्य काफी भयावह था। कई डिब्बों में आग की लपटें उठती नज़र आईं, जिससे स्थानीय लोग तुरंत सहायता के लिए आगे आए। उन्होंने ट्रैक्टरों का उपयोग करते हुए रास्ता साफ किया ताकि आग बुझाने और बचाव कार्य तेजी से किया जा सके। इस दौरान कुछ यात्रियों को मामूली चोटें आईं जिन्हें पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस कठिन परिस्थिति में स्थानीय निवासियों ने उन यात्रियों को मदद पहुंचाई जो अनहोनी से सुरक्षित बच निकले थे। उन्हें आसपास के विवाह मंडपों में आवास मुहैया कराया गया।
रेल सेवाएं और पुनर्निर्माण प्रयास
इस दुर्घटना के चलते चेन्नई-गुदुर खंड की रेल सेवाएं बाधित हो गईं। इस मार्ग पर यात्रा कर रहे कई यात्री अपने गंतव्य तक पहुंचने में असमर्थ रहे। रेलवे प्रबंधन की टीम तुरंत घटनास्थल पर पहुंची और ट्रैक को पुनः सक्रिय करने के प्रयास में जुट गई। इस तरह की घटनाओं से न केवल यातायात में रुकावट आती है बल्कि यह सुरक्षा की दृष्टि से भी चिंताजनक है। इस दिशा में रेलवे विभाग ने दुर्घटना की वजह की जांच के लिए एक टीम गठित की है।
एमएलए टीजे गोविंदराजन के बयान
गुम्मिदीपुंडी के विधायक टीजे गोविंदराजन ने घटना स्थल पर जाकर स्थिति का जायजा लिया और घायल यात्रियों की हालत के बारे में जानकारी ली। उन्होंने स्थानीय प्रशासन और बचाव टीम की तत्परता की सराहना की। विधायक ने आश्वासन दिया कि दुर्घटना के पीड़ितों को उचित सहायता दी जाएगी और निकट भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर के उपाय किए जाएंगे।
बगमती एक्सप्रेस का सफर
शुक्रवार को 10:30 बजे मयसूर जंक्शन से शुरू होने वाली बगमती एक्सप्रेस की यह साप्ताहिक सेवा अपने निर्धारित समय पर ब्रम्बूर में अंतिम पड़ाव तक पहुँचती है। यहाँ से यह गाड़ी आंध्र प्रदेश में दर्जनों स्टॉप्स से गुजरती है, लेकिन तमिलनाडु में यह ब्रम्बूर आखिरी स्थान होती है। रेलवे द्वारा यात्रियों को फिर से उनके गंतव्य तक पहुँचाने की व्यवस्था की जा रही है।
Ruhi Rastogi
अक्तूबर 13, 2024 AT 03:02Kanisha Washington
अक्तूबर 13, 2024 AT 15:16Kunal Agarwal
अक्तूबर 15, 2024 AT 12:43रेलवे को इसी तरह की भावना सीखनी चाहिए, न कि सिर्फ ट्रैक बदलनी चाहिए।
Kiran Ali
अक्तूबर 17, 2024 AT 04:30Amanpreet Singh
अक्तूबर 18, 2024 AT 16:45रेलवे के बाहर भी ऐसे लोग हैं, बस उन्हें देखना होगा।
Sri Vrushank
अक्तूबर 19, 2024 AT 06:10Gaurav Garg
अक्तूबर 19, 2024 AT 23:21अब ये भी कोई बंदर था क्या?
Sarith Koottalakkal
अक्तूबर 21, 2024 AT 01:53Suman Arif
अक्तूबर 23, 2024 AT 01:12Rajat jain
अक्तूबर 24, 2024 AT 01:56Meenakshi Bharat
अक्तूबर 25, 2024 AT 15:33Abhishek Ambat
अक्तूबर 26, 2024 AT 07:49Amanpreet Singh
अक्तूबर 26, 2024 AT 11:23