भारतीय सिनेमा में अमर कहानी छोड़ने वाले अतुल परचुरे का निधन
अतुल परचुरे का जाना हिंदी और मराठी सिनेमा के लिए एक बड़ी क्षति है। उनके निधन की खबर ने उनके सहयोगियों और प्रशंसकों को गहरे दुख में डाल दिया है। मनोहर होती उनकी अदाकारी और हास्यकला ने उन्हें दर्शकों के दिलों में एक अनूठी जगह दिलाई थी। अतुल परचुरे का लंबे अरसे से कैंसर से संघर्ष चल रहा था। हालाँकि, उन्होंने पिछले साल इस बीमारी को मात देने के बाद अपनी अभिनय करियर की दूसरी पारी शुरू की थी।
अतुल परचुरे का शुरुआती सफर और अभिनय यात्रा
अतुल परचुरे का जन्म एक साधारण परिवार में हुआ था। शुरुआत में उन्होंने मराठी रंगमंच से अपने करियर की शुरुआत की। धीरे-धीरे वे मराठी सिनेमा के महत्वपूर्ण चेहरे बन गए। उनकी अभिनय क्षमता इतनी अद्वितीय थी कि उन्होंने बॉलीवुड में भी अपनी एक अलग पहचान बनाई। 'पार्टनर', 'बिल्लू', और 'ऑल द बेस्ट' जैसी फिल्मों में उनके शानदार प्रदर्शन को देखकर लोग वाहवाही करते थे।
इसके अलावा, उन्होंने कई पॉपुलर टीवी शो में भी अपनी छाप छोड़ी। 'कॉमेडी नाइट्स विद कपिल', 'कॉमेडी सर्कस' और 'आर के लक्ष्मण की दुनिया' जैसे शोज़ में उनकी कॉमिक टाइमिंग और प्रदर्शन को काफी सराहा गया।
कैंसर के खिलाफ जंग और आखिरी दिनों की कहानी
पिछले साल, अतुल को लीवर में 5 सेमी का ट्यूमर डायग्नोज हुआ था। यह उनके लिए एक बड़ा झटका था, लेकिन उनके जोश और साहस ने उन्हें उम्मीद से भर दिया। हालांकि, गलत निदान के कारण उनका उपचार जटिल हो गया और उन्होंने अनेक समस्याओं का सामना किया। इसके बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी। डॉक्टर बदलने के बाद सही चिकित्सा और केमोथेरपी ने उनको कुछ समय के लिए राहत दी।
लेकिन हाल ही में उनकी तबीयत फिर से बिगड़ गई और उन्हें अस्पताल में भर्ती होना पड़ा। यहाँ रहते हुए भी वह 'सूर्याची पिल्ले' नामक नाटक में अपनी भूमिका के लिए तैयार हो रहे थे।
अतुल परचुरे की विरासत और प्रशंसा
उनकी मौत की खबर उनके करीबी दोस्त और अभिनेता जयवंत वाडकर द्वारा साझा की गई। वाडकर के अनुसार, परचुरे का अंतिम समय एक सपने को साकार करने की कोशिश में बीता। यह सुनकर उनके चाहने वालों का मन भारी हो जाता है। उनके प्रशंसक और लोग उनके कला का सम्मन करते हैं जिससे पता चलता है कि उन्होंने सिनेमाई जगत में कितनी गहरी छाप छोड़ी है।
उनकी कला और अद्वितीयता ने उन्हें एक महान अभिनेता के रूप में स्थापित किया है। उनकी अनुपस्थिति सदा खलती रहेगी लेकिन उनकी की गई कृतियाँ हमेशा जीवंत रहेंगी और आने वाली पीढ़ी के लिए प्रेरणा का स्रोत बनती रहेंगी।
Amal Kiran
अक्तूबर 17, 2024 AT 04:18abhinav anand
अक्तूबर 19, 2024 AT 00:03Rinku Kumar
अक्तूबर 19, 2024 AT 01:59Pramod Lodha
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अक्तूबर 22, 2024 AT 10:41Ashish Perchani
अक्तूबर 23, 2024 AT 00:44Dr Dharmendra Singh
अक्तूबर 24, 2024 AT 06:40sameer mulla
अक्तूबर 25, 2024 AT 16:31Prakash Sachwani
अक्तूबर 27, 2024 AT 10:12Pooja Raghu
अक्तूबर 29, 2024 AT 06:52Pooja Yadav
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अक्तूबर 31, 2024 AT 08:53shivani Rajput
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