अगर आप शेयर बाजार की बात सुनते हैं तो निफ्टी 50 नाम जरूर सुनेंगे। ये एक ऐसा सूचकांक है जो NSE (नेशनल स्टॉक एक्सचेंज) पर सबसे बड़ी, सक्रिय और लिक्विड कंपनियों के प्रदर्शन को दिखाता है। सरल शब्दों में कहें तो यह भारत के ‘बेस्ट 50’ शेयरों की औसत कीमत का बेंचमार्क है।
निफ्टी 50 में 50 कंपनियों को चुना जाता है, जिनमें आय, मार्केट कैप और ट्रेड वॉल्यूम जैसी चीज़ें देखी जाती हैं। इनमें रिलायंस, आईटीसी, एचडीएफसी जैसे बड़े नाम शामिल होते हैं। जब ये सभी शेयर ऊपर या नीचे जाते हैं तो निफ्टी 50 का अंक भी उसी हिसाब से बदलता है। इसलिए निवेशकों के लिए यह एक भरोसेमंद संकेतक बन जाता है कि समग्र बाजार कैसे चल रहा है।
पहले आप अपने डेमेट खाता खोलें – ये वह जगह है जहाँ आपके शेयर रखे जाते हैं। फिर ट्रेडिंग खाता खोलें, जिससे आप ऑनलाइन खरीद‑बेच कर सकते हैं। कई ब्रोकर्स मोबाइल ऐप के ज़रिए आसान प्लेटफ़ॉर्म देते हैं, तो बस अपना पैन और आधार कार्ड अपलोड करके शुरू करें।
शुरुआत में पूरे पोर्टफोलियो को एक ही स्टॉक में नहीं लगाएँ। निफ्टी 50 को सीधे खरीदने का विकल्प भी है – आप ‘इंडेक्स फंड’ या ‘ईटीएफ’ के ज़रिए पूरा इंडेक्स अपने पास रख सकते हैं, जिससे रिस्क कम रहता है और मार्केट की औसत रिटर्न मिलती है।
बाजार में उतार‑चढ़ाव सामान्य है, इसलिए छोटी‑छोटी खबरों से घबराएँ नहीं। अगर आप रोज़ाना निफ्टी के ओपन, हाई, लो और क्लोज देखेंगे तो समझ पाएँगे कि किस समय खरीदना या बेचना बेहतर रहेगा।
कुल मिलाकर, निफ्टी 50 को फॉलो करके आप भारतीय शेयर बाजार की दिशा का अंदाज़ा लगा सकते हैं। जब भी कोई बड़ा इवेंट – जैसे बजट घोषणा या RBI की रेट बदलती है – तब इस इंडेक्स पर असर ज़्यादा दिखेगा। इसलिए इसे ट्रैक करना आपके निवेश निर्णयों में मददगार साबित होता है।
एक बात और, अगर आप लघु‑समय (डेलि ट्रेडिंग) नहीं करना चाहते तो निफ्टी 50 के दीर्घकालिक रुझान देखिए। पिछले कुछ सालों में यह लगातार ऊँचा गया है, जिससे लंबी अवधि में अच्छा रिटर्न मिला है।
अंत में याद रखें: शेयर मार्केट कोई जुगार नहीं, बल्कि एक निवेश का साधन है। निफ्टी 50 को समझकर और सही रणनीति अपनाकर आप अपने पैसे को सुरक्षित और बढ़ा सकते हैं। अब देर किस बात की? अपना पहला डेमो खाता खोलें, थोड़ा रिसर्च करें और धीरे‑धीरे वास्तविक ट्रेडिंग शुरू करें।
3 जून 2024 को भारतीय शेयर बाजार ने रिकॉर्ड हाई पर शुरुआत की, जिसका कारण एग्जिट पोल के नतीजे थे, जो भाजपा के NDA की स्पष्ट जीत की ओर संकेत कर रहे थे। NSE निफ्टी 50 और BSE सेंसेक्स दोनों में ही 3.5% से अधिक की तेजी देखी गई। FII और DII ने भी बड़े निवेश किए।