नवरात्रि की ताज़ा ख़बरें और सरल टिप्स

क्या आप नवरात्रि को बड़े धूमधाम से मनाने का सोच रहे हैं? टी से जेड़ ख़बरों पर आपको इस पावन त्योहार के सभी ज़रूरी अपडेट मिलेंगे – चाहे वह देश‑व्यापी कार्यक्रम हों या आपके पड़ोस की छोटी‑छोटी पूजा‑पद्धतियां। नीचे हम बताते हैं कैसे आप नवरात्रि को आसानी से, बजट में और पूरी खुशी के साथ मनाएँगे।

नवरात्रि 2025 – क्या खास है?

इस साल नवरात्रि का शुभारम्भ 1 अक्टूबर को होगा और नौ दिनों तक चलेगा। कई शहरों में मेले, संगीत समारोह और दांडिया प्रतियोगिताएं आयोजित की जा रही हैं। दिल्ली के करोल बाग, मुंबई का जूहू पार्क और कोलकाता का गोलकुंडा मैदान इस साल प्रमुख स्थान बन गए हैं। यदि आप इन इवेंट्स को देखना चाहते हैं तो पहले से टिकट या एंट्री पास ले लेना बेहतर रहेगा, क्योंकि भीड़ अक्सर जल्दी भर जाती है।

घर में आसान पूजा विधि और सजावट के आइडिया

पूजा की तैयारी के लिए सबसे पहले एक साफ जगह चुनें – रसोई का कोना या बालकनी बहुत काम आता है। गुड़ी बनाते समय आप कागज़, सुई‑धागा या रंगीन धूपबत्ती से सजावटी लाइट्स लगा सकते हैं। माँ दुर्गा की तस्वीर के पीछे लाल और पीले रंग की कपड़े रखिए; यह ऊर्जा को बढ़ाता है। यदि आपके पास नहीं है तो ऑनलाइन स्टोर पर मिलते किफायती पॉटरी मूर्तियाँ भी अच्छी रहती हैं।

सातवें दिन (अष्टमी) विशेष रूप से शक्ति पूजा करनी चाहिए। इसमें नारियल, शहद, दही और हल्दी का मिश्रण तैयार रखें। इस मिश्रण को माँ के पैर में धीरे‑धीरे लगाएँ और साथ ही गाने वाले भजन या अत्री गीत बजाते रहें – इससे माहौल भक्तिमय बनता है।

भोजन की बात करें तो आसान रेसिपी चुनें: उरद दाल का सूप, आलू के पराठे और चावल‑बिर्यानी। इन्हें आप पहले से तैयार करके फ्रीज़ में रख सकते हैं, ताकि नवरात्रि के दिन ज्यादा समय नहीं लगना पड़े। बच्चों के लिए हल्की मिठाई जैसे बेसन के लड्डू या सूजी का हलवा बनाना भी एक अच्छा विकल्प है।

यदि आपके घर में बिजली की समस्या है तो बैटरी‑चलित लाइट्स और मोमबत्तियों से माहौल को रोशन करें। इससे न केवल ऊर्जा बचती है बल्कि पारंपरिक रूप से पूजा में शुद्धता भी बढ़ती है।

नवरात्रि के दौरान स्थानीय बाजारों में अक्सर किफायती सजावट की चीज़ें मिलती हैं – रंगीन कपड़े, फूल और दीपक। एक छोटी सी झुड़ी बनाकर दरवाजे पर टांग दें; यह आपके घर को सकारात्मक ऊर्जा से भर देगा।

अंत में याद रखें कि नवरात्रि का असली मतलब है आत्म‑सुधार और मन की शुद्धता। इसलिए पूजा के बाद थोड़ा समय ध्यान या प्राणायाम में बिताएँ। इससे आपका मन शांत रहेगा और उत्सव की थकान जल्दी दूर होगी।

टी से जेड़ ख़बरें पर आप नवरात्रि से जुड़ी सभी ताज़ा खबरें, फोटो गैलरी और लाइव अपडेट पा सकते हैं। चाहे आप दिल्ली में हों या छोटे शहर में, हमारी साइट आपको हर कोने की जानकारी देती है – बस एक क्लिक और आपका काम खत्म!

तो देर किस बात की? अपनी नवरात्रि योजना बनाइए, तैयारियों की सूची लिखिए और इस पावन त्योहार को पूरी ख़ुशी के साथ मनाइए। सभी को नवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएँ!

नवरात्रि 2024: माँ कूष्माण्डा की पूजा विधि, शुभ मुहूर्त और महत्व

नवरात्रि के चौथे दिन का समर्पण माँ कूष्माण्डा को होता है, जिन्हें सृष्टि की सर्जक माना जाता है। माँ कूष्माण्डा को उनके आठ भुजाओं में विभिन्न दिव्य वस्तुएं धारण किए हुए दिखाया जाता है और उनका वाहन शेर है। इस दिन की पूजा का प्रमुख उद्देश्य शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य का आशीर्वाद प्राप्त करना होता है।

आगे पढ़ें