क्या आप जानते हैं कि भारतीय क्रिकेट में एक ऐसा नाम है जिसने सबसे कम स्कोर पर भी शतकीय अंक बना लिए? जी हाँ, हम बात कर रहे हैं करुण नायर की। वह एक बाएँ‑हाथी बैट्समैन हैं जो 2016 में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट में केवल 1 रन बनाकर शतक पूरा करने वाले पहले खिलाड़ी बने। यह कहानी कई नए क्रिकेट फैंस को हैरान कर देती है, इसलिए हम यहाँ उसकी पूरी झलक देंगे।
करुण का जन्म 6 नवंबर 1995 को दिल्ली में हुआ था। बचपन से ही वह गली क्रिकेट के दीवाने थे, फिर स्कूल की टीम में चमकते हुए बॉम्बे के लिए खेलना शुरू किया। 2014‑15 सीजन में उसने प्रथम श्रेणी में शानदार प्रदर्शन किया और जल्दी ही राष्ट्रीय स्तर पर अपनी जगह बना ली। 2016 में इंग्लैंड टूर पर उनका टेस्ट डेब्यू हुआ। पहले ही ओवर में उन्हें बॉलर ने आउट कर दिया, लेकिन दूसरा इनिंग उनके लिए यादगार बन गया – सिर्फ एक रन पर शतक पूरा करके वह इतिहास में नाम लिखे।
यह उपलब्धि कुछ हद तक उसके आत्मविश्वास को बढ़ा गई और भारत के कई बड़े टूर्नामेंट्स में उसकी जगह तय कर दी। फिर भी, लगातार स्कोर बनाने की कला में उतार‑चढ़ाव रहे। कई बार वह शुरुआती आउट हो गए, पर कभी‑कभी बड़े शॉट लगाकर टीम को बचाया।
पिछले साल करुण ने IPL में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) के लिए खेला, लेकिन सीमित अवसर मिलने के कारण वह लगातार फॉर्म नहीं दिखा पाए। इसके बाद उन्होंने घरेलू क्रिकेट में फिर से चमकना शुरू किया, विशेषकर रणजी ट्रॉफी में दोहरी अर्धशतक और एक शतकीय परफॉरमेंस दी। इस सीज़न के अंत तक उनका औसत 35 से ऊपर रहने की खबरें आ रही हैं, जो selectors को फिर से गौर करने का कारण बन सकती है।
अब बात करते हैं आगे की संभावनाओं की। करुण अपनी तकनीक में सुधार कर रहा है – विशेषकर लविंग स्ट्राइक और फुल-टॉम्स पर काम किया जा रहा है। वह फिटनेस रूटीन को भी कड़ाई से अपनाते हैं, जिससे लंबे समय तक मैदान पर टिके रह सकें। अगर इस दिशा में लगातार मेहनत जारी रही तो जल्द ही उन्हें फिर से राष्ट्रीय टीम की ओर बुलाया जा सकता है, खासकर टेस्ट और वनडे दोनों फॉर्मेट में बैटिंग की गहराई चाहिए होती है।
फैंस के बीच करुण को लेकर कई राय हैं। कुछ कहते हैं कि वह अभी युवा हैं और बहुत बड़ा मुकाम हासिल कर सकते हैं, जबकि अन्य मानते हैं कि उसे लगातार मौके नहीं मिल रहे हैं। लेकिन एक बात साफ़ है – उसका संघर्ष और धैर्य हमेशा प्रशंसकों को प्रेरित करता रहेगा।
आप अगर करुण नायर की नवीनतम खबरें या उनके मैचों का विश्लेषण पढ़ना चाहते हैं, तो यहाँ आप पाएँगे उनका पूरा प्रोफ़ाइल, आँकड़े और भविष्य के अनुमान। चाहे वह टेस्ट में सिंगल इंचेज से शतक बनाना हो या IPL में नई भूमिका, करुण की कहानी हमेशा कुछ नया सुनाएगी।
आखिरकार, क्रिकेट सिर्फ रन बनाने का खेल नहीं है; यह निरंतर सुधार और अवसरों को पकड़ने का नाम है। करुण नायर ने यह सिद्ध किया है कि छोटा स्कोर भी बड़ा इतिहास बना सकता है। अब देखना यही है कि अगला रिकॉर्ड कौन सा बनेगा – शायद वही आपका पसंदीदा खिलाड़ी फिर से चमके!
करुण नायर ने लगभग तीन साल बाद IPL में वापसी कर 89 रनों की धमाकेदार पारी खेली। दिल्ली कैपिटल्स के लिए उन्होंने मुंबई इंडियंस के खिलाफ सिर्फ 40 गेंदों में 12 चौके और 5 छक्के लगाए। पिछला घरेलू सीजन शानदार रहा, अब उनकी वापसी पर पूरे क्रिकेट जगत की नज़र है।