आप यहाँ कैंसर से जुड़ी हर नई जानकारी पा सकते हैं – चाहे वो रोग की शुरुआती संकेत हों या नए इलाज के अपडेट. हमारी टीम रोज़ी‑रोज़ देश‑विदेश से विश्वसनीय रिपोर्ट इकट्ठा करती है, ताकि आप सही निर्णय ले सकें.
बहुत से लोग कैंसर को देर तक नहीं पहचान पाते. सबसे सामान्य संकेतों में लगातार दर्द, अनजाने वजन घटना, त्वचा या म्यूकोस पर असामान्य दाग और खून का आँसू शामिल हैं. अगर आपको किसी भी अंग में सूजन या कठोर गांठ महसूस हो तो तुरंत डॉक्टर से मिलें. लक्षण अक्सर धीरे‑धीरे बढ़ते हैं, इसलिए नियमित चेक‑अप ज़रूरी है.
पिछले साल कई नई दवाएँ और इम्यूनोथेरेपी विकल्प सामने आए हैं. बायोलॉजिकल टारगेटेड ड्रग्स ने कुछ प्रकार के फेफड़े, कोलन और स्तन कैंसर में सफलता का प्रतिशत बढ़ा दिया है. अगर आपका परिवार में कैंसर का इतिहास है तो जीन‑टेस्टिंग करवा सकते हैं – इससे जोखिम जल्दी पता चल जाता है.
रोकथाम आसान है: धूम्रपान से बचें, शराब सीमित करें, संतुलित भोजन लें और रोज़ाना कम से कम 30 मिनट तेज़ चाल या हल्की एक्सरसाइज़ करें. विटामिन‑डी की पर्याप्त मात्रा, फलों‑सब्जियों में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स और फाइबर भी मददगार होते हैं.
स्क्रीनिंग टेस्ट जैसे मैमोग्राम, कोलोन्स्कोपी और प्रोस्टेट‑एसएर जांच नियमित रूप से करवाने से कैंसर का पता शुरुआती चरण में चल जाता है. कई अस्पताल अब एक ही जगह सभी स्क्रीनिंग सुविधा देते हैं, जिससे समय बचता है.
अगर आप या आपका कोई परिचित अभी उपचार के बीच है तो सपोर्ट ग्रुप्स और काउंसलिंग बहुत मददगार होते हैं. मानसिक स्वास्थ्य का ख्याल रखना भी रोग की लड़ाई में बड़ी ताकत देता है.
हमारी टैग पेज पर आपको कैंसर से जुड़ी हर खबर, डॉक्टरों की राय, मरीजों के अनुभव और सरकारी हेल्पलाइन नंबर मिलेंगे. पढ़ते रहें, सवाल पूछते रहें – आपका स्वास्थ्य हमारी प्राथमिकता है.
प्रसिद्ध मराठी और बॉलीवुड अभिनेता अतुल परचुरे का 57 वर्ष की आयु में निधन हो गया। वह लंबे समय से कैन्सर से जूझ रहे थे, लेकिन पिछले साल वह इस बीमारी से उबरकर दोबारा काम में लौटे थे। उनकी जीवन यात्रा और अद्वितीय अभिनय कौशल ने उन्हें मराठी और हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में एक खास पहचान दी। उनके जाने से सिनेमा जगत में एक गहरा शून्य उत्पन्न हो गया है।