अगर आप रोज़ाना भारत‑अमेरिका के बीच की ख़बरें पढ़ना चाहते हैं तो यह पेज आपके लिये बना है। दो देश सिर्फ बड़े बाजार नहीं, बल्कि रणनीतिक साथी भी हैं। यहाँ हम आपको सबसे ताज़ा घटनाएँ, सरकारी कदम और व्यापारिक समझौते बताएंगे – वो भी आसान भाषा में जो सीधे आपका सवाल का जवाब दे।
पिछले महीने भारत‑अमेरिका संबंधों में एक बड़ा विवाद उभरा जब राहुल गांधी ने कांग्रेस के भीतर बीजेज़पी पर आरोप लगाते हुए कहा कि अमेरिका में चल रहे मुकदमे उनके राजनीतिक विरोध को दबाने की कोशिश हैं। इस बयान से दोनों देशों के बीच कूटनीतिक तनाव थोड़ा बढ़ गया, लेकिन दोनों सरकारें जल्द ही संवाद स्थापित कर मुद्दे को कम करने का प्रयास कर रही हैं।
उसी समय अमेरिकी कांग्रेस ने भारत में तकनीकी कंपनियों के लिए नए निवेश नियम पेश किए, जिससे भारतीय स्टार्ट‑अप्स को फंडिंग आसान हो सकती है। ये बदलाव व्यापारिक सहयोग को बढ़ावा देने की दिशा में एक सकारात्मक संकेत माने जा रहे हैं।
भारत‑अमेरिका के बीच व्यापार अभी भी $150 बिलियन से ऊपर है और इस साल दोनों तरफ़ नई समझौतों की घोषणा हुई। उदाहरण के तौर पर, भारत ने अमेरिकी फ़िल्म उद्योग को आसान वीज़ा प्रक्रिया दी जिससे कई बॉलीवुड स्टार्स अब यू.एस. में आसानी से प्रोजेक्ट कर सकते हैं। वहीं अमेरिका ने भारतीय सेना को उन्नत ड्रोन तकनीक प्रदान करने का प्रस्ताव दिया, जो सीमा सुरक्षा में मदद करेगा।
टेक सेक्टर में भी गति तेज है – भारत की प्रमुख एआई कंपनियों को अमेरिकी फंडर्स से निवेश मिल रहा है और दोनों देशों के विश्वविद्यालयों में अनुसंधान सहयोग बढ़ा है। यह सिर्फ आर्थिक लाभ नहीं, बल्कि नवाचार को आगे बढ़ाने का बड़ा मौका है।
साथ ही, खेल और सांस्कृतिक आदान‑प्रदान भी संबंध मजबूत करता है। हाल की PSL (पाकिस्तान सुपर लीग) घटनाओं ने भारत‑अमेरिका के बीच क्रीड़ा क्षेत्र में नई चर्चा पैदा कर दी, क्योंकि कई भारतीय खिलाड़ी अमेरिकी लिग्स में अपनी जगह बना रहे हैं।
संक्षेप में, राजनीति, व्यापार और तकनीक में हो रही ये हर छोटी‑छोटी खबरें मिलकर भारत‑अमेरिका संबंधों की पूरी तस्वीर बनाती हैं। अगर आप इस टैग पेज को फ़ॉलो करेंगे तो रोज़ाना अपडेटेड जानकारी आपके हाथ में रहेगी, जिससे आप हमेशा एक कदम आगे रह सकेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी खुफिया प्रमुख तुलसी गबार्ड से वाशिंगटन में मुलाकात की, जहां दोनों नेताओं ने आतंकवाद विरोधी और साइबर सुरक्षा में सहयोग को मजबूत करने पर चर्चा की। मोदी ने गबार्ड की भारत-अमेरिका संबंधों में समर्थन की प्रशंसा की। इसके अलावा, मोदी के दौरे का उद्देश्य व्यापार, रक्षा, और प्रौद्योगिकी साझेदारी को मजबूत करना है।