जब हम अंतरराष्ट्रीय बेटी दिवस, हर साल 8 अक्टूबर को मनाया जाने वाला वह दिन है जो बेटी के सामाजिक, भावनात्मक और आर्थिक मूल्य को उजागर करता है. Also known as बेटी दिवस, it encourages परिवारों को बेटी को बराबर का अवसर देने की याद दिलाता है. इस दिन का मुख्य उद्देश्य लिंग समानता, समाज में पुरुष और महिला के बराबर अधिकार और अवसर को बढ़ावा देना है.
क्या आप जानते हैं कि महिला सशक्तिकरण, महिलाओं को शिक्षा, रोजगार और निर्णय-लेने की शक्ति देना का एक बड़ा हिस्सा बेटी दिवस पर चर्चा का केंद्र बनता है? जब बेटी को पढ़ाने, खेल में भाग लेने और अपने सपनों को पीछे नहीं छोड़ने की आज़ादी मिलती है, तो पूरे परिवार की प्रगति तेज़ होती है. इस कारण से कई सरकारी और निजी योजनाएँ बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के तहत लॉन्च की गईं, जो सीधे इस त्योहार के संदेश को लागू करती हैं.
इसी संदर्भ में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, बच्चियों की शिक्षा और सुरक्षा को सुनिश्चित करने वाली राष्ट्रीय मुहिम को अक्सर अंतरराष्ट्रीय बेटी दिवस के साथ जोड़ा जाता है, क्योंकि यह अभियान बाल अधिकारों के संरक्षण का प्रत्यक्ष साधन है. साथ ही बाल अधिकार, शिशु, बालक और किशोरों के बुनियादी अधिकार जैसे स्वास्थ्य, शिक्षा और सुरक्षा भी इस दिन के चर्चाओं में प्रमुख होते हैं. जब सरकार बारिश-प्रभावित क्षेत्रों में बच्चों की सुरक्षा के लिए विशेष योजना बनाती है या स्कूलों में लैंगिक समानता पर कार्यशालाएँ आयोजित करती है, तो हम देख सकते हैं कि अंतरराष्ट्रीय बेटी दिवस सिर्फ एक तारीख नहीं, बल्कि एक सामाजिक परिवर्तन की दिशा में एक कदम है.
इस टैग पेज पर आपको बेटी दिवस से जुड़े विभिन्न पहलुओं की खबरें मिलेंगी – चाहे वह खेल में महिला खिलाड़ी की सफलता हो, राजनीति में बेटी अधिकारों की नीतियाँ, या मौसम से जुड़ी आपदाओं में बच्चों की सुरक्षा के उपाय. नीचे प्रस्तुत लेखों में आप वास्तविक कहानियाँ, सरकारी पहलों की जानकारी और सामाजिक आंदोलनों की झलक पाएँगे, जो इस दिवस को और भी प्रभावशाली बनाते हैं.
28 सितंबर 2025 को अंतरराष्ट्रीय बेटी दिवस पर भारत और यूएसए में विशेष कार्यक्रम, लिंग समानता के संदेश और भविष्य के सशक्तिकरण कदमों की पूरी जानकारी।