अगर आप भारत की ऊर्जा दुनिया में क्या चल रहा है, जानना चाहते हैं तो अडानी पावर का टैग पेज सही जगह है। यहाँ आप नवीनतम परियोजनाओं, सरकारी नीतियों और बाजार की प्रतिक्रिया को आसान भाषा में पढ़ पाएँगे। चलिए, देखते हैं अभी क्या नया है।
अडानी ने पिछले साल कई बड़े ग्रीनहाउस गैस‑फ्री प्लांट की घोषणा की। सबसे बड़ा प्रोजेक्ट है 2,500 MW का थर्मल पावर स्टेशन जो सौर और बायो‑गैस मिश्रित तकनीक पर काम कर रहा है। यह स्टेशन गुजरात के कच्छ में बन रहा है और अपेक्षित है कि यह 2026 में पूरी तरह चालू हो जाएगा।
दूसरा ध्यान देने वाला प्रोजेक्ट है तेल‑गैस बुनियादी ढांचे का विस्तार। अडानी पावर ने अब्राहम रॉड्रिगेज के साथ मिलकर 500 km के पाइपलाइन नेटवर्क की योजना बनाई है, जिससे पश्चिमी भारत में ईंधन की सप्लाई तेज़ और सस्ती होगी। यह पाइपलाइन कई रिफाइनरी को जोड़ेगा और परिवहन लागत को 20 % तक घटा देगा।
इन बड़े प्रोजेक्टों के अलावा, अडानी ने छोटे‑छोटे सौर फार्म भी शुरू किए हैं। राजस्थान में 100 MW सौर पार्क और मध्य प्रदेश में 75 MW सोलर पार्क देखे जा रहे हैं, जो ग्रामीण इलाकों में बिजली की कमी को दूर करने में मदद करेंगे।
अडानी पावर के फैसलों का असर सीधे स्टॉक मार्केट और ऊर्जा किराए पर पड़ता है। जब अडानी ने नया पवन फार्म शुरू किया, तो शेयर कीमत में 5 % की उछाल देखी गयी। निवेशकों को इस बात का भरोसा हो रहा है कि अडानी नवीकरणीय ऊर्जा में आगे बढ़ेगा।
सरकार की नई नीतियां भी अडानी पावर को फ़ैदा पहुंचा रही हैं। 2025 की राष्ट्रीय नवीकरणीय ऊर्जा लक्ष्य में अब 450 GW की योजना है, जिसमें अडानी के प्रोजेक्ट ऊँचे हिस्से पर हैं। इस वजह से अडानी को विशेष टैरिफ और कर में छूट मिल रही है, जो उनके खर्च को कम कर रही है।
एक और बात है, पर्यावरणीय नियमों की कड़ी निगरानी। अडानी पावर ने अपना कार्बन फुटप्रिंट घटाने के लिए हर साल 10 % कम करने का लक्ष्य रखा है। इससे न केवल कंपनी की छवि सुधरती है, बल्कि सरकार के साथ संबंध भी मजबूत होते हैं।
यदि आप अडानी पावर की आगे की योजना या नवीनतम समाचार चाहते हैं, तो इस टैग पेज को नियमित रूप से देखें। हर नई अपडेट यहाँ रखी जाएगी, जिससे आप उद्योग के बदलावों से हमेशा एक कदम आगे रहेंगे।
खोजे गए नतीजों में अडानी पावर को बड़े ऑर्डर मिलने वाली रिपोर्ट नहीं मिली। कंपनी ने 1:5 स्टॉक स्प्लिट का ऐलान किया है, रिकॉर्ड डेट 22 सितंबर 2025 रखी गई है। ब्रोकरेज मॉर्गन स्टैनली के मुताबिक FY32 तक बाजार हिस्सेदारी 8% से 15% हो सकती है और क्षमता करीब 41.9 GW तक बढ़ सकती है। FY33 तक EBITDA के तीन गुना होने का अनुमान है। शेयर YTD करीब 35% चढ़ा और 52-हफ्ते का ऊपरी स्तर छुआ।