कर्नाटक स्कूल एग्जामिनेशन एंड असेसमेंट बोर्ड (KSEAB) आज दोपहर 3 बजे अपनी आधिकारिक वेबसाइट karresults.nic.in पर सेकेंडरी PUC परीक्षा-2 के परिणाम घोषित करने जा रहा है। यह घोषणा 10 अप्रैल, 2024 को आयोजित प्री-यूनिवर्सिटी सर्टिफिकेट (PUC 2) परीक्षा के बाद की जा रही है, जिसमें कुल पास प्रतिशत 81.15% दर्ज किया गया था।
इस बार PUC 2 परीक्षा में कला विषयों में 68.36%, वाणिज्य में 80.94% और विज्ञान में 89.96% छात्रों ने सफलता हासिल की है। PUC 2 रिजल्ट 2024 में कुल 1,53,370 विद्यार्थियों ने डिस्टिंक्शन ग्रेड प्राप्त किया है, जो एक उल्लेखनीय उपलब्धि है।
जिला स्तर पर देखें तो दक्षिण कन्नड़ ज़िला 97.37% पास प्रतिशत के साथ सबसे आगे रहा है। इसके बाद उडुपी, विजयपुरा, उत्तर कन्नड़ और कोडागु का स्थान रहा है। ये सभी जिले शिक्षा के क्षेत्र में अपनी उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए जाने जाते हैं।
KCET 2024 के लिए PUC 2 के अंक काफी महत्वपूर्ण
PUC 2 के इन अंकों का उपयोग छात्र KCET परीक्षा के लिए करेंगे। कर्नाटक कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (KCET) 2024 के परिणाम भी जल्द ही घोषित होने की उम्मीद है। KCET राज्य के इंजीनियरिंग और मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश के लिए आयोजित की जाने वाली एक प्रमुख प्रवेश परीक्षा है।
KCET में प्रवेश के लिए PUC 2 के अंक काफी महत्वपूर्ण होते हैं। इसलिए छात्रों को PUC 2 परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करने की कोशिश करनी चाहिए ताकि वे KCET रैंक लिस्ट में एक अच्छी रैंक हासिल कर सकें। KCET के माध्यम से राज्य के प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग और मेडिकल संस्थानों में प्रवेश मिलता है।
PUC 2 रिजल्ट देखने का तरीका
विद्यार्थी निम्न स्टेप्स को फॉलो करके आसानी से अपना PUC 2 रिजल्ट देख सकते हैं:
- सबसे पहले आधिकारिक वेबसाइट karresults.nic.in पर जाएं।
- होमपेज पर दिए गए "Karnataka PUC Result 2024" के लिंक पर क्लिक करें।
- अपना रोल नंबर और अन्य आवश्यक विवरण दर्ज करें।
- "Submit" बटन पर क्लिक करें।
- आपका रिजल्ट स्क्रीन पर प्रदर्शित हो जाएगा।
- भविष्य के संदर्भ के लिए रिजल्ट का प्रिंट आउट या सॉफ्ट कॉपी डाउनलोड करें।
इस तरह PUC 2 रिजल्ट 2024 की घोषणा के साथ ही, कर्नाटक के लाखों छात्रों का इंतजार खत्म हो जाएगा। सभी को उम्मीद है कि पिछले साल की तुलना में इस साल पास प्रतिशत में और भी सुधार होगा। परिणाम के साथ ही एक नए शैक्षणिक सफर की शुरुआत होगी।
PUC 2 परीक्षा के बारे में
कर्नाटक द्वितीय PUC परीक्षा राज्य के प्री-यूनिवर्सिटी कोर्स का अंतिम वर्ष होता है। यह 12वीं कक्षा के बराबर एक महत्वपूर्ण परीक्षा है। इस परीक्षा में प्राप्त अंक आगे के उच्च शिक्षा और करियर के लिए बहुत मायने रखते हैं।
सामान्यतः PUC 2 की परीक्षा मार्च-अप्रैल के महीने में आयोजित की जाती है। इसमें विभिन्न विषयों जैसे भौतिकी, रसायन विज्ञान, गणित, जीवविज्ञान, अर्थशास्त्र, इतिहास, भूगोल आदि से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं। परीक्षा का पैटर्न ऑब्जेक्टिव और सब्जेक्टिव दोनों तरह का होता है।
PUC 2 परीक्षा में प्राप्त ग्रेड और प्रतिशत के आधार पर ही छात्रों को आगे के शिक्षा संस्थानों में प्रवेश मिलता है। साथ ही कई प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे KCET, NEET, JEE आदि में भी PUC 2 के अंकों को महत्व दिया जाता है।
इसलिए PUC 2 परीक्षा छात्रों के जीवन का एक महत्वपूर्ण मोड़ होता है। इसके लिए उन्हें कड़ी मेहनत और लगन से तैयारी करनी पड़ती है। परिणाम भी उनकी इस मेहनत का ही प्रतिफल होता है।
हम आशा करते हैं कि इस साल PUC 2 परीक्षा में सभी छात्रों ने अपनी पूरी मेहनत और लगन से प्रदर्शन किया होगा। अब बस रिजल्ट का इंतजार है। सभी छात्रों को उनके उज्जवल भविष्य के लिए हार्दिक शुभकामनाएं!
Sai Sujith Poosarla
मई 23, 2024 AT 09:41ये बोर्ड तो हमेशा रिजल्ट दे देता है लेकिन असली सवाल ये है कि इन अंकों से क्या होगा? कॉलेज में जाकर देखोगे तो पता चलेगा कि ये सब बकवास है। अभी तक कोई नहीं बता पाया कि PUC के अंकों से जीवन कैसे बदलता है।
Sri Vrushank
मई 24, 2024 AT 05:33इन आंकड़ों में झूठ है बस बोर्ड ने फ्लैग शिप कर दिया है ताकि सरकार खुश रहे और अमीर बच्चों को इंजीनियरिंग में जगह मिल जाए और गरीब बच्चे बस देखते रह जाएं
Praveen S
मई 24, 2024 AT 20:32हम जिस तरह से शिक्षा को एक रैंकिंग सिस्टम में बदल रहे हैं, वह वास्तव में एक सामाजिक विकृति है। PUC के अंक एक बिंदु हैं, लेकिन व्यक्ति की क्षमता, उसकी रुचि, उसकी लगन-ये सब कुछ एक नंबर में कैसे फिट हो जाता है? हम बच्चों को जीवन के लिए नहीं, बल्कि एक लिस्ट के लिए तैयार कर रहे हैं।
mohit malhotra
मई 25, 2024 AT 10:45कर्नाटक के शिक्षा प्रणाली का यह रिजल्ट एक सांख्यिकीय निष्कर्ष नहीं, बल्कि एक शिक्षाविदों, शिक्षकों और परिवारों के दीर्घकालिक प्रयासों का परिणाम है। KCET के लिए इन अंकों का उपयोग एक वैध और निष्पक्ष मापदंड है, जो समाज के विभिन्न स्तरों से आने वाले छात्रों को एक समान आधार पर तुलना करने की अनुमति देता है।
Gaurav Mishra
मई 26, 2024 AT 06:2189.96% पास? बकवास।
Aayush Bhardwaj
मई 26, 2024 AT 15:09अब ये सब अच्छा लग रहा है लेकिन अगर तुम गरीब हो तो ये रिजल्ट तुम्हारे लिए क्या है? बस एक नंबर जो तुम्हें बाहर रख देगा। ये सब फिल्मी नाटक है जिसमें सिर्फ एक तरफ के बच्चे जीत रहे हैं।
Arun Kumar
मई 27, 2024 AT 07:11दक्षिण कन्नड़ में 97% पास? वाह! वो जिला तो इतना छोटा है कि वहाँ के बच्चे अपने घर के बाहर ही बिजली के खंभे पर बैठकर गणित पढ़ लेते हैं। मैंने तो एक बार अपने टूथपेस्ट के ट्यूब पर रसायन विज्ञान के फॉर्मूले लिखे थे। बच्चे अपने आप को निकाल लेते हैं जहाँ भी मौका हो।
Deepak Vishwkarma
मई 29, 2024 AT 06:41भारत की शिक्षा दुनिया की सबसे बेहतरीन है। कर्नाटक ने फिर से साबित कर दिया कि हमारे बच्चे दुनिया के सामने खड़े हो सकते हैं। अब देखो वो बाहरी देश कैसे हमारे छात्रों को डराते हैं और उन्हें अपनी बात मानने के लिए मजबूर करते हैं।
Anurag goswami
मई 31, 2024 AT 02:26रिजल्ट आने के बाद जो भी छात्र अच्छे अंक लाए हैं, उन्हें बधाई। और जिन्हें अच्छा नहीं आया, उन्हें याद रखना है कि ये एक शुरुआत है, अंत नहीं। जीवन एक मारथॉन है, और ये सिर्फ एक छोटा सा दौड़ है।
Saksham Singh
मई 31, 2024 AT 04:46तुम सब ये सब बातें क्यों कर रहे हो? 89.96% पास? ये आंकड़ा तो बस एक चाल है। जब तुम जानते हो कि बच्चों के अंक बढ़ाने के लिए बोर्ड ने अपने अंकन नियम बदल दिए हैं, तो ये सब गंदगी बस एक बड़ी फिल्म है। और जब तुम देखते हो कि एक जिले में 97% पास है और दूसरे में 72%, तो ये सब बस एक असमानता का नाटक है। ये रिजल्ट तो बस एक बाजार की खबर है, जिसे बेचने के लिए बनाया गया है।
Ashish Bajwal
जून 1, 2024 AT 23:33कर्नाटक के बच्चे तो हमेशा से अच्छे ही रहे हैं लेकिन अब तो ये भी देखो कि बाकी राज्य कैसे रह गए हैं। मैंने तो अपने दोस्त को देखा जिसने अपनी बहन के लिए एक बार रिजल्ट चेक किया था और उसका रोल नंबर गलत था लेकिन अंक तो सही आ गए थे। ये सब बहुत अजीब है।
Biju k
जून 3, 2024 AT 00:28जिंदगी में कोई भी रिजल्ट तुम्हें नहीं बदलता, तुम्हारी मेहनत बदलती है। अगर आज तुम्हारा रिजल्ट अच्छा आया तो बधाई हो। अगर नहीं आया तो फिर से शुरू करो। तुम्हारा भविष्य तुम्हारे दिमाग से बनता है, न कि एक नंबर से। 💪📚
Akshay Gulhane
जून 3, 2024 AT 11:17अंक तो बस एक आंकड़ा है, लेकिन वह जो इस आंकड़े के पीछे खड़ा है, उसकी कहानी क्या है? एक बच्चा जिसने 89% लिया, उसने क्या त्याग किया? एक माँ जिसने रात भर जागकर बच्चे के लिए खाना बनाया? ये सब कहानियाँ जो रिजल्ट में नहीं दिखतीं, वो ही असली हैं।
Deepanker Choubey
जून 4, 2024 AT 22:48रिजल्ट आया तो बस एक चिल्लाहट शुरू हो गई। अच्छा आया तो घर में खुशियाँ, बुरा आया तो बाहर घूमने चले जाते हैं। लेकिन ये जिंदगी है भाई, एक रिजल्ट तुम्हारी पहचान नहीं बनता। अगर तुम्हारा दिल अच्छा है तो तुम अच्छे हो। 😊
Roy Brock
जून 6, 2024 AT 08:52यह रिजल्ट, जिसे एक शिक्षाविद् ने निर्मित किया है, एक आधिकारिक अधिनियम के अंतर्गत प्रकाशित किया गया है, जिसका अर्थ है कि इसकी वैधता एक राष्ट्रीय विधि के द्वारा स्थापित है, और इसके विरोध करना एक विधिक रूप से अस्वीकार्य कार्य है। यह रिजल्ट एक सामाजिक संरचना का प्रतिनिधित्व करता है, जिसे अनुशासन और समर्पण के आधार पर बनाया गया है।
Prashant Kumar
जून 7, 2024 AT 22:3181.15% पास? तो फिर 18.85% क्या हुआ? उन्हें भी तो बताओ। और दक्षिण कन्नड़ का 97%? ये आंकड़ा कैसे आया? क्या वहाँ के बच्चे अलग तरह के प्रश्न पाते हैं? ये सब बहुत अजीब लगता है।
Prince Nuel
जून 8, 2024 AT 06:08अगर तुम्हारा रिजल्ट अच्छा नहीं आया तो तुम फेल हो गए। बस। कोई बहाना नहीं। ये दुनिया नहीं बताती कि तुम कितनी मेहनत कर रहे हो। ये बस देखती है कि तुमने क्या किया।
Sai Sujith Poosarla
जून 9, 2024 AT 07:33तुम सब बहुत अच्छे बातें कर रहे हो, लेकिन असली सवाल ये है कि इन अंकों के बाद तुम्हारे पास क्या है? एक डिग्री? एक नौकरी? या बस एक नंबर जो तुम्हें अपने घर के बाहर नहीं जाने देता? ये रिजल्ट तो बस एक बंधन है।