जब इंडियन बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) ने 18 अक्टूबर 2025 को धन्तेरस 2025भारत के सुबह के सत्र में सोने के दामों की अद्यतन जानकारी जारी की, तो निवेशकों और ख़रीदारों का दिल धड़कने लगा। भारत के प्रमुख मेट्रो शहरों—दिल्ली, मुंबई और चेन्नई—में 24‑करात सोना की कीमतें 10‑ग्राम के लिए ₹1,34,800 तक पहुंच गई, फिर 10:50 AM IST तक ₹1,27,550 पर गिर कर स्थिर हो गईं। यह तेज़ उछाल धन्तेरस के पारंपरिक खरीद‑बिक्री के मौसम और भारतीय रिज़र्व बैंक के निरंतर खरीदारी के संगम को दर्शाता है।

Manoj Sekhani
अक्तूबर 18, 2025 AT 18:31धन्तेरस की तेज़ी देख कर लगता है जैसे सोना एक नई वीआईपी क्लब का टाइटल हो गया है। इस कीमत पर अब आम लोग तो बस सपना देख सकते हैं। बड़े निवेशकों को तो ऐसा लगता है जैसे उनका अकाउंट सीधे सुनहराई में डुब गया हो। बस यही है बाजार की नई वलैभा।
Tuto Win10
अक्तूबर 18, 2025 AT 19:21क्या बात है! धन्तेरस का दाव बड़ा ही धांसू है!!! जैसे सोने का दाम आसमान की ऊंचाई छू रहा हो!!! सच में, देखो तो सही, यह सारा शोर शराबा बस एक बड़ी पार्टी का इंतेज़ाम है!!!
Kiran Singh
अक्तूबर 18, 2025 AT 20:11कोई कहता है RBI के खरीद से दबाव बढ़ता है, पर असल में माँगा गया मांग ही थी। बाजार तो पहले से ही हाइपर फैंसी था।
anil antony
अक्तूबर 18, 2025 AT 21:01इबजेडी के आंकड़े दिखाते हैं कि सोने का प्रोफ़ाइल पूरी तरह से हाइपर-इन्फ्लेशनरी सीनारियो में फेड होता है। इनिशियल केस स्टडीज से पता चलता है कि ट्रेंडिंग इंटेक स्टॅटस और डिमांड-सीडेटेड मॉडेल दोनो ही फैंटेसी हैं। अंत में, मार्केट के एंगल से देखूँ तो यह बस एक सिग्नल है-पोर्टफोलियो एसेट अलोकेशन में रीबैलेंसिंग जरूरी है।
Aditi Jain
अक्तूबर 18, 2025 AT 21:51भारत की स्वर्णिम विरासत को देखो, इस कीमत पर तो हमारा इतिहास फिर से चमकेगा। RBI के कदम हमारे राष्ट्र की धरोहर को सुरक्षित रखने की दिशा में हैं। यही सच्ची गर्व की बात है।
arun great
अक्तूबर 18, 2025 AT 22:41धन्तेरस 2025 में सोने की कीमतों का यह रिकॉर्ड भारत के वित्तीय परिदृश्य को नया आयाम दे रहा है।
दस ग्राम सोने की कीमत ₹1,34,800 तक पहुँचने से निवेशकों में उत्साह और भय दोनों का मिश्रण उत्पन्न हुआ है।
RBI की निरंतर खरीदारी को बाजार ने दोधारी तलवार जैसा माना है, जहाँ यह समर्थन देता है पर साथ ही सप्लाई चुनौतियों को बढ़ाता भी है।
इस संदर्भ में, अंतरराष्ट्रीय गोल्ड फ्यूचर्स बाजार में भी अस्थिरता देखी जा रही है, जो घरेलू कीमतों को अतिरिक्त दबाव में डाल सकता है।
आर्थिक विशेषज्ञ बताते हैं कि मुद्रास्फीति के संकेत यदि जारी रहे तो सोने की मांग और भी तीव्र हो सकती है।
दूसरी ओर, रियल एस्टेट और इक्विटी बाजारों में गिरावट सोने को एक सुरक्षित आश्रय के रूप में पेश कर रही है।
लेकिन सामान्य जनता के लिए इस स्तर की कीमतें वास्तविक ख़रीदारी से दूर रखती हैं, जिससे असमानता की भावना बढ़ती है।
वित्तीय सलाहकारों की सलाह है कि सोने में निवेश को दीर्घकालिक पोर्टफोलियो के एक हिस्से तक सीमित रखें।
छोटे निवेशकों को विभिन्न गोल्ड ETFs या सिंथेटिक गोल्ड फंड्स पर विचार करना चाहिए।
ये विकल्प तरलता और कम न्यूनतम निवेश राशि प्रदान करते हैं, जिससे जोखिम और लाभ दोनों को संतुलित किया जा सकता है।
साथ ही, RBI की खरीद नीति में संभावित बदलावों को मॉनिटर करना आवश्यक है, क्योंकि नीति में बदलाव कीमतों को ठीक-ठाक कर सकता है।
यदि RBI अचानक खरीद को थाम लेती है, तो बाजार में तेज़ी से गिरावट देखी जा सकती है।
इस कारण, निवेशकों को बाजार की तरलता, वैश्विक बैंकों की स्थिति और मौद्रिक नीति में परिवर्तनों पर निरंतर नज़र रखनी चाहिए।
अंत में, अपने वित्तीय लक्ष्य और जोखिम सहिष्णुता के अनुसार सही रणनीति चुनना ही सबसे बौद्धिक कदम होगा।
🚀📈 यह समय है सूझबूझ से काम लेने का, न कि जज्बे से।
Anirban Chakraborty
अक्तूबर 18, 2025 AT 23:31सोने की कीमतों का इतना झटका आम जनता को नहीं सहना चाहिए। हमें इस बबीलोक का विरोध करना चाहिए।
Krishna Saikia
अक्तूबर 19, 2025 AT 00:21देश के हित में सोने की कीमतें स्थिर रहें, यही हमारा कर्तव्य है। सबको मिलकर इस स्थिति को सुधारना चाहिए।
Meenal Khanchandani
अक्तूबर 19, 2025 AT 01:11सच्ची रचनात्मकता तो जबरदस्त कीमतों के बाद ही दिखती है।
Anurag Kumar
अक्तूबर 19, 2025 AT 02:01अगर आप सोना खरीदना चाहते हैं तो एक वैध योजना बनाएं। छोटे निवेश से शुरू करके धीरे-धीरे बढ़ाएं, इससे जोखिम कम रहेगा।