अगर आप फिलिस्तीन से जुड़ी ख़बरें खोज रहे हैं तो यह टैग पेज आपके लिए बना है। यहाँ आपको इज़राइल‑फ़िलिस्तीन संघर्ष के हर बड़े मोड़ की ताज़ा जानकारी मिलेगी—चाहे वह नई सैन्य कार्रवाई हो, राजनैतिक पहल या मानवतावादी राहत प्रयास। हम सरल भाषा में बताते हैं कि घटनाओं का असर आम लोग और हमारे देश पर कैसे पड़ता है।
पिछले हफ़्ते के दौरान गाज़ा पट्टी में नई एयर स्ट्राइक हुई, जिसके बाद कई अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने मानवीय सहायता की मांग की। उसी समय, पश्चिमी देशों में फिलिस्तीन‑समर्थक प्रदर्शन बड़े पैमाने पर हुए और सोशल मीडिया पर #JusticeForPalestine ट्रेंड करने लगा। इन घटनाओं के कारण स्थानीय स्तर पर भी राहत कार्य तेज़ हो रहे हैं—जैसे कि भारत में कई NGOs ने फ़ूड पैकेट और दवा भेजी है।
इज़राइल की सरकार ने कहा कि उन्होंने खुद को बचाने के लिये ही कार्रवाई की, जबकि फिलिस्तीन पक्ष ने बताया कि यह नागरिकों पर भारी जाँच‑पड़ताल है। इस तरह की दोहरी कहानी अक्सर सुनने में आती है, और यही कारण है कि हम आपको दोनों पक्षों की बात एक साथ पेश करते हैं—ताकि आप खुद फैसला कर सकें।
फ़िलिस्तीन की ख़बरें सिर्फ मध्य पूर्व तक सीमित नहीं रहतीं। इनका असर हमारे विदेश नीति, व्यापार संबंध और यहाँ तक कि सामान्य नागरिकों के सामाजिक माहौल पर भी पड़ता है। जब विश्व स्तर पर नई प्रतिबंध या आर्थिक पैकेज आते हैं, तो उसका सीधा असर भारतीय बाजार में दिखता है—जैसे तेल की कीमतें बढ़ना या विदेशी निवेश में बदलाव। इसलिए इस टैग को फ़ॉलो करके आप न सिर्फ अंतरराष्ट्रीय घटनाओं से अपडेट रहेंगे, बल्कि अपनी रोज़मर्रा की ज़िन्दगी पर उनके प्रभाव को भी समझ पाएँगे।
हमारी टीम हर खबर का संक्षिप्त सार देती है—बिना किसी जटिल शब्दजाल के। अगर आप चाहते हैं कि कोई ख़ास घटना या रिपोर्ट गहराई से पढ़ी जाए, तो बस कमेंट में बताइए, हम उस पर विस्तृत लेख तैयार करेंगे। इस तरह आप अपनी रुचि अनुसार जानकारी पा सकते हैं और साथ ही समुदाय के साथ चर्चा भी कर सकते हैं।
समय-समय पर हम विशेषज्ञों की राय, इतिहासकारों के विश्लेषण और मानवाधिकार संगठनों की रिपोर्ट भी जोड़ते रहते हैं। इससे आपको केवल वर्तमान घटनाएँ नहीं बल्कि उनका ऐतिहासिक पृष्ठभूमि भी समझ में आता है—जैसे 1947 का विभाजन योजना या 1967 का छह‑दिन युद्ध। इस ज्ञान से आप उन जटिलताओं को सरलता से देख पाएँगे जो अक्सर समाचारों में छुपी रहती हैं।
अंत में, अगर आप फ़िलिस्तीन के लोगों की कहानियों, उनके संघर्ष और आशाओं को करीब से देखना चाहते हैं तो हमारे फोटो गैलरी और वीडियो सेक्शन पर नज़र डालें। यहाँ सच्चे क्षणों का दस्तावेज़ीकरण किया गया है—बचपन के खेल, स्कूल की पढ़ाई या राहत शिविर में मिलने वाले मुस्कुराते चेहरों के साथ। ये तस्वीरें शब्दों से ज़्यादा बात करती हैं और आपको मानवता के पहलू को महसूस करवाती हैं।
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आसदुद्दीन ओवैसी ने लोकसभा शपथग्रहण के दौरान 'जय फिलिस्तीन' का नारा लगाया, जिससे भाजपा के सांसदों में हंगामा मच गया। ओवैसी ने अपनी शपथ लेने के बाद 'जय भीम, जय मिज़, जय तेलंगाना' और 'अल्लाह हू अकबर' भी कहा। इस पर भाजपा सांसदों ने जोरदार विरोध जताया।