ईद‑उल‑अजहा हर साल मुसलमानों के लिये बड़े उत्सव जैसा होता है। इस बार भी कई बदलाव और नई खबरें सामने आई हैं, इसलिए हमने सबकुछ आसान भाषा में इकठ्ठा किया है। पढ़िए, समझिये और अपना ईद का सीजन बिना टेंशन के मनाइए।
2025 में कई देशों ने इकट्ठे हो कर नई आरथिक घोषणा की है – खासकर मध्य एशिया और अफ़्रीका में। भारत में इस साल दान के लिए सरकार ने ईद-फ़ंड का स्कीम लॉन्च किया, जिससे गरीब परिवारों को मुफ्त भोजन मिल सकेगा। कुछ शहरों में ट्रैफ़िक प्रबंधन के लिये इमरजेंसी लेन बनायी गई है, ताकि बड़े जमावड़े में सड़कों पर अटकाव न हो। अगर आप यात्रा की योजना बना रहे हैं तो इस जानकारी का ध्यान रखें।
उत्सव से एक दिन पहले कई मॉल और शॉपिंग सेंटर ने ईद‑सेल शुरू कर दी है, जिसमें बुनियादी चीज़ें जैसे जलेबी, सेवई और चिकन बिरयानी पर 30% तक की छूट मिल रही है। ऑनलाइन मार्केटप्लेस भी तेज डिलीवरी का वादा कर रहे हैं, तो देर न करें—ऑर्डर जल्दी रखें ताकि ईद के दिन सब तैयार हो सके।
ईद की शाम को घर को रंगीन बनाना बहुत मज़ेदार होता है। आप बस कुछ सादे चीज़ों से बड़े असर वाले लुक बना सकते हैं—जैसे कागज़ के फूल, चमकीले रोशनी और हल्के बैनर। अगर बजट कम है तो पुराने कपड़ों से क्विल्ट बनाकर सोफ़ा को नया रूप दें या रसोई में रखी पुरानी परतों को साफ़ करके नई रंगाई कर लें।
अब बात करते हैं खाने‑पीने की। ईद के लिए सबसे लोकप्रिय डिशें हैं बिरयानी, कबाब और मीठे में शीर खुरमा। अगर आपके पास ज्यादा समय नहीं है तो हम दो आसान रेसिपी दे रहे हैं:
इन रेसिपी को फॉलो करके आप अपने मेहमानों को खुश कर सकते हैं बिना किचन में घंटों बिताए। साथ ही, बचत भी होगी क्योंकि सामग्री घर में आसानी से मिल जाती है।
आख़िरकार, ईद‑उल‑अजहा का असली मतलब एकजुटता और खुशी है। चाहे आप यात्रा पर जाएँ या घर पर रहें, इस गाइड को हाथ में रखें और हर कदम की तैयारी आसान बनाएं। अपने परिवार के साथ मिलकर दुआएँ पढ़ें, मिठाई बाँटें और यादगार लम्हे बनायें—क्योंकि ईद का जश्न तभी पूरा होता है जब सबको शामिल किया जाए।
ईद-उल-अज़हा, जिसे बलिदान का त्यौहार भी कहा जाता है, 17 जून 2024, सोमवार को भारत में मनाया जाएगा। इस दिन मुसलमान मस्जिदों में जाकर दान करते हैं और बकरा या भेड़ की कुर्बानी दी जाती है। लेख में ईद मुबारक की शुभकामनाएं, संदेश और चित्र दिए गए हैं जो फेसबुक और व्हाट्सएप पर साझा किए जा सकते हैं।