जब दो टीमें बराबर पर आती हैं तो क्या होता है? कई टूर्नामेंट्स में ड्रॉ का मतलब सिर्फ अंक बाँटना नहीं, बल्कि आगे की रैंकिंग तय करने के लिए खास नियम होते हैं। अगर आप क्रिकेट या फुटबॉल जैसे मैच देख रहे हैं और टेबल में बदलाव समझना चाहते हैं, तो ये लेख आपके लिये है.
अधिकतर लीग्स में ड्रॉ होने पर दोनों टीमों को एक‑एक अंक मिलता है। यह बुनियादी नियम सबसे आसान है—जितना जीत के लिए 3 या 2 अंक मिलते, ड्रॉ के लिये केवल 1 ही मिलता. लेकिन कुछ प्रतियोगिताओं में बोनस सिस्टम भी चलता है। उदाहरण के तौर पर, अगर क्रिकेट की ODI लीग में दो टीमें समान स्कोर पर समाप्त होती हैं और नेट रन‑रेट (NRR) बराबर नहीं होता, तो NRR वाले को टेबल में ऊपर रखा जाता है। इसी तरह फुटबॉल में गोल डिफ़रेंस या हेड‑टू‑हेड रिकॉर्ड इस्तेमाल होते हैं.
जब कई टीमें समान अंक पर हों, तो लीग प्रशासन अतिरिक्त मानदंड तय करता है। सबसे पहले गोल डिफ़रेंस या क्रिकेट में नेट रन‑रेट देखा जाता है—अधिक सकारात्मक अंतर वाले को आगे रखा जाता है. अगर फिर भी बराबरी रहे, तो हेड‑टू‑हेड रेजल्ट्स देखे जाते हैं; यानी सीधे मुकाबले का स्कोर। कुछ मामलों में फेयर प्ले पॉइंट या डिसिप्लिन रिकॉर्ड भी प्रयोग होता है, जिससे टीम की पेनाल्टीज़ कम हों.
आपको ध्यान देना चाहिए कि हर टूर्नामेंट के नियम अलग होते हैं. इसलिए मैच शुरू होने से पहले आधिकारिक बुकलेट पढ़ें या वेबसाइट पर अपडेट चेक करें। इससे आप नहीं सिर्फ अंक समझ पाएँगे, बल्कि यह भी जानेंगे कि टेबल में आपका पसंदीदा टीम कब आगे आएगी.
ड्रॉ ट्रॉफी नियमों को याद रखने का आसान तरीका है एक छोटा चार्ट बनाना:
1. बेसिक पॉइंट – 1 अंक ड्रॉ पर.
2. बोनस/पेनाल्टी – लीग के अनुसार अलग-अलग.
3. टाई‑ब्रेकर क्रम – NRR/Goal Diff → Head‑to‑Head → Fair Play.
जब आप अगले मैच में बैठे हों और स्कोर बोर्ड दिखाए कि दो टीमें बराबर हैं, तो तुरंत इन बिंदुओं को देखें। यही तरीका है जिससे आप समझ पाएँगे कि कौन सी टीम आगे बढ़ेगी और कौन सी पीछे रह जाएगी.
अंत में एक बात याद रखें: नियम बदल सकते हैं, इसलिए हमेशा अपडेटेड सूचना पर भरोसा करें. ड्रॉ का मतलब सिर्फ बराबर नहीं; यह अक्सर टेबल के हिसाब से नई कहानी बनाता है। अब आप तैयार हैं अपनी पसंदीदा लीग या टूर्नामेंट को बेहतर समझने के लिए.
अगर 2025 की विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के बीच ड्रॉ, टाई या रद्द हो जाती है, तो दोनों टीमों को संयुक्त विजेता घोषित किया जाएगा और ट्रॉफी और इनामी राशि बराबर बांटी जाएगी। फाइनल लॉर्ड्स में खेला जाएगा और इसमें एक रिजर्व डे भी रखा गया है।