जब हम भाद्रपदी महीना, हिंदू कैलेंडर में शरद ऋतु के अंत में पड़ने वाला एक महिना है. इसे अक्सर भाद्रपद कहा जाता है। यह महीना हिंदू पंचांग, भारतीय समय‑सरणी का प्रमुख आधार और व्रत, भक्तियों द्वारा पालन किया जाने वाला धार्मिक उपवास दोनों से घनिष्ट तौर पर जुड़ा है। साथ ही त्यौहार, भाद्रपदी माह में मनाए जाने वाले सामाजिक‑धार्मिक उत्सव इस अवधि को विशेष बना देते हैं।
भाद्रपदी महीना कई प्रमुख घटनाओं का साक्षी रहा है। इतिहास में इसे कई राजाओं ने विजय दिन के रूप में मनाया, और कई साहित्यकारों ने इस समय को कविताओं में सजाया। आजकल, इस महीने में मौसम की बदलती प्रवृत्ति, खेल‑समाचार, और राजनीति‑की ताज़ा खबरें भी तेज़ी से आती हैं। उदाहरण के तौर पर, पिछले कुछ दिनों में इण्डिया मौसम विज्ञान विभाग ने पूर्वी उत्तर प्रदेश में भारी बारिश के लिए रेड अलर्ट जारी किया, जबकि क्रिकेट जगत में भारत ने वेस्ट इंडीज के खिलाफ तीन शतक बनाकर इतिहास गढ़ा। ऐसे विविध अपडेट्स भाद्रपदी महीने को सिर्फ एक कैलेंडर‑टैग नहीं, बल्कि एक जीवंत कंटेंट‑हब बनाते हैं।
इस महीने की सबसे चर्चा योग्य बातें अक्सर व्रत और त्यौहार रहते हैं। अष्टमी व्रत, गौरी व्रत, और काली पुत्री जैसे आयोजन इस समय के साथ चलते हैं। लोग पूजा‑पाठ, दान‑पुण्य और सामाजिक कार्यों में जुटते हैं। इसके अलावा, कई क्षेत्रों में ‘भाद्रपदी मेला’ जैसे बाजार लगते हैं, जहाँ स्थानीय हस्तशिल्प, भोजन और पारम्परिक वस्तुएँ बिकती हैं। इन सभाओं में समुदाय की आपसी जुड़ाव और सांस्कृतिक विरासत का अद्भुत मिश्रण देखनो को मिलता है।
भाद्रपदी महीना शिक्षा और वित्तीय योजना के लिहाज़ से भी महत्वपूर्ण होता है। जैसा कि कई वित्तीय विश्लेषकों ने कहा, इस महीने में शेयर‑बाजार में निवेशकों की सक्रियता बढ़ती है, खासकर जब अमेरिकी टैरिफ़ नीति जैसे अंतरराष्ट्रीय कारक असर डालते हैं। उसी तरह, कृषि क्षेत्र में मानसून की शुरुआती बूँदें किसान की फसल‑योजना को दिशा देती हैं। इसलिए, इस महीने की खबरें पढ़ते समय आपको आर्थिक, सामाजिक और पर्यावरणीय दृष्टिकोण से भी समझ बनती है।
आज के डिजिटल युग में भाद्रपदी महीना ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म पर भी काफी हाइलाइट होता है। सोशल मीडिया पर ‘Sole Mate’ वार्तालाप, क्रिकेट की नई रिकॉर्ड‑बिलिंग, और विभिन्न राज्यों में मौसम‑अलर्ट जैसे ट्रेंड्स रोज़ अपडेट होते हैं। इसलिए, टी से ज़ेड खबरें पर इस टैग के तहत आप न सिर्फ पारम्परिक ज्ञान, बल्कि नवीनतम राष्ट्रीय‑अंतर्राष्ट्रीय ख़बरें भी पा सकते हैं। यहाँ मिलने वाले लेखों की विविधता दर्शाती है कि भाद्रपदी महीना कितनी बारीकियों से जुड़ा है – चाहे वह राजनीति हो, खेल हो, या रोज़मर्रा की ज़िंदगियाँ।
भाद्रपदी महीने की खासियत यह भी है कि यह विभिन्न भाषाओं और क्षेत्रों में अलग‑अलग रंग लेकर आता है। उत्तर भारत में यहाँ के मनोकामना व्रत, दक्षिण में पोंगल और केरल में थाली व्रत लोकप्रिय हैं। इसी विविधता से यह महीना राष्ट्रीय एकता का प्रतीक बनता है। अगर आप इस महीने में यात्रा योजना बना रहे हैं, तो द्वारिका, वाराणसी, या पंजार में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम देखना फायदेमंद रहेगा। इन स्थलों पर स्थानीय कलाकारों के साथ सीधे जुड़कर आप इस माह के असली रुख़ को महसूस करेंगे।
संक्षेप में, भाद्रपदी महीना सिर्फ एक कैलेंडर‑टैग नहीं, बल्कि संस्कृति, मौसम, अर्थव्यवस्था और मनोरंजन का संगम है। हमारे नीचे सूचीबद्ध लेखों में आपको इस महीने से जुड़ी विभिन्न खबरें मिलेंगी – चाहे वह क्रिकेट का नया रिकॉर्ड हो, मौसम की अलर्ट हो, या राजनीतिक बदलाव। इन पढ़ने से आप न सिर्फ जानकारी हासिल करेंगे, बल्कि इस समय के सामाजिक‑धार्मिक पहलुओं को भी समझ पाएंगे। अब आगे बढ़ते हुए, नीचे दिए गए लेखों में आपको भाद्रपदी महीने की व्यापक कवरेज मिलेंगे।
Krishna Janmashtami 2024 को 26 अगस्त को मनाया गया, जिससे 26 या 27 तारीख के भ्रम को साफ़ किया गया। अस्थमी तिथि 03:39 एएम से 02:19 एएम तक चली, जबकि मुख्य पूजा आधी रात के बाद हुई। ब्रह्म मुहूर्त, अभिजीत मुहूर्त और निशिता पूजा के समय विशेष रूप से उल्लेखनीय थे। रोहिणी नक्षत्र की अवधि भी इस अवधि में आच्छादित रही। यह महीने के बधुपादी माह में कई अन्य धार्मिक कार्यक्रमों के साथ जुड़ा है।