स्विस कोर्ट के फैसले पर हिंदुजा परिवार ने व्यक्त की नाराजगी
हिंदुजा परिवार, जो ब्रिटेन के सबसे समृद्ध परिवारों में से एक है, ने स्विस कोर्ट द्वारा दिए गए जेल अवधि के आदेश पर गहरा सदमा और निराशा जाहिर की है। परिवार के सदस्यों प्रकाश और कमल हिंदुजा, उनके बेटे अजय और उनकी पत्नी नम्रता को स्विस कोर्ट ने दोषी ठहराया, हालांकि, उन्हें मानव तस्करी के आरोपों से मुक्त कर दिया गया था।
यह मामला जिनेवा के उनके विला में भारत से लाए गए घरेलू कामगारों के शोषण के आरोपों से संबंधित है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इन कामगारों से उनके पासपोर्ट जब्त कर लिए जाते थे, उनसे लंबे समय तक काम कराया जाता था और उन्हें रौपयों में वेतन दिया जाता था जो कि कामगारों की पहुंच में नहीं था।
अधिकारियों को दिए गए तथ्य
फिर भी, हिंदुजा परिवार के कानूनी दल ने इन आरोपों का जोरदार खंडन किया है। उनके अनुसार, कर्मचारियों के साथ सम्मानपूर्वक व्यवहार किया जाता था और उन्हें उपयुक्त आवास भी प्रदान किया जाता था। अपने बचाव में उन्होंने बताया कि सभी कर्मचारी सहमति के आधार पर काम कर रहे थे और उनके पासपोर्ट आदि जब्त करने के आरोप पूरी तरह से निराधार हैं।
उच्च न्यायालय में अपील
स्विस कानून के तहत अंतिम निर्णय के प्रवर्तन तक निर्दोषता की धारणा कायम रहती है। इसको ध्यान में रखते हुए हिंदुजा परिवार ने उच्च न्यायालय में अपील दाखिल की है। वे पूरी तरह से न्यायिक प्रक्रिया में विश्वास रखते हैं और उम्मीद करते हैं कि सच्चाई जल्द ही सामने आएगी।
परिवार का आरोप है कि मीडिया में आई रिपोर्ट्स ने वास्तविकता को तोड़ मरोड़ कर पेश किया है। उन्होंने यह भी जोर देकर कहा कि वादी ने अपनी शिकायतें वापस ले ली थीं, इसीलिए उनपर लगाए गए सभी आरोप बेबुनियाद हैं।
जेल की सजा और आरोपों का खंडन
स्विस कोर्ट ने दोष सिद्ध करने के बाद परिवार के सदस्यों को चार से साढ़े चार साल की जेल की सजा सुनाई है। इसमें शामिल आरोपों में घरेलू कामगारों के साथ दुर्व्यवहार और शोषण के मामले थे। हालांकि, हिंदुजा परिवार का दावा है कि सभी कर्मचारियों का उनके विला में अच्छे से देखभाल की जाती थी और वे स्वच्छ स्थिति में रहते थे।
हिंदुजा परिवार की कानूनी टीम ने कोर्ट के फैसले को 'अनुचित और आधारहीन' बताया है। उनका कहना है कि कोर्ट ने आसपास की स्थितियों को ठीक से समझे बिना ही यह फैसला सुनाया है। उनके अनुसार, न्यायिक प्रक्रिया में त्रुटि है और वे यह साबित करने के लिए उच्च न्यायालय में अपील करेंगे।
फैसला आने के बाद मीडिया में आई कई रिपोर्ट्स में यह भी बताया गया कि हिंदुजा परिवार के सदस्य हिरासत में हैं, हालांकि परिवार ने इन रिपोर्ट्स को खारिज कर दिया है और स्पष्ट किया है कि वे फिलहाल जमानत पर हैं और स्वतंत्र हैं।
भविष्य की योजनाएं और उम्मीदें
हिंदुजा परिवार अपनी अपील प्रक्रिया को लेकर पूर्ण विश्वास व्यक्त कर रहा है। उनका मानना है कि स्विस न्यायिक प्रणाली के तहत उन्हें न्याय अवश्य मिलेगा। वे इस मामले को लेकर पूरी तरह से तैयार हैं और अपने द्वारा प्रस्तुत तथ्यों के आधार पर निर्णय की प्रतीक्षा कर रहे हैं।
परिवार का कहना है कि वे अपने कर्मचारियों के प्रति हमेशा ही संवेदनशील और आदरपूर्ण रहे हैं और भविष्य में भी यही सिद्धांत अपनाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि वे अपने कार्यप्रणाली में किसी तरह की कमी को दूर करने के लिए हमेशा तत्पर हैं और इस विशेष मुद्दे को लेकर लगातार सतर्कता बरतेंगे।
हर हाल में, हिंदुजा परिवार की इस कानूनी लड़ाई और अपील की प्रक्रिया में समय लग सकता है, परंतु वे आश्वस्त हैं कि सत्य और न्याय उनके पक्ष में होगा। इस मामले में उच्च न्यायालय के फैसले का इंतजार सभी कर रहे हैं।
Biju k
जून 22, 2024 AT 20:10Akshay Gulhane
जून 23, 2024 AT 12:59Deepanker Choubey
जून 24, 2024 AT 15:58Roy Brock
जून 25, 2024 AT 23:57Prashant Kumar
जून 27, 2024 AT 02:26Prince Nuel
जून 28, 2024 AT 15:37Sunayana Pattnaik
जून 29, 2024 AT 06:02akarsh chauhan
जून 29, 2024 AT 19:14soumendu roy
जुलाई 1, 2024 AT 09:48Kiran Ali
जुलाई 2, 2024 AT 06:07Kanisha Washington
जुलाई 3, 2024 AT 05:42Rajat jain
जुलाई 4, 2024 AT 05:31Gaurav Garg
जुलाई 5, 2024 AT 02:05Ruhi Rastogi
जुलाई 5, 2024 AT 20:12Suman Arif
जुलाई 6, 2024 AT 00:04Amanpreet Singh
जुलाई 7, 2024 AT 23:15Kunal Agarwal
जुलाई 8, 2024 AT 22:21Abhishek Ambat
जुलाई 9, 2024 AT 21:36