घटना का विवरण
रविवार को उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले के किसान डिग्री कॉलेज में साधारण कबड्डी का मैच चल रहा था। धुंधली आसमान में काले बादल तैर रहे थे, जब अचानक तेज़ बिजली की चिंगारी ने मैदान को चकाचौंध कर दिया। उस क्षण का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसमें बच्चे और दर्शक चिल्लाते‑चिल्लाते सुरक्षित स्थान की ओर भागते दिखते हैं।
बिजली के गरजते ध्वनि के साथ आँखों के सामने एक तेज़ चमक आई, जो पूरे खेल मैदान को रोशन कर गई। कई बच्चों ने अपने हाथ में रखी कबड्डी की कॉन्ये को गिरा दिया और तुरंत पेड़ या इमारत की ओर दोड़ पड़े। घबराहट के बीच कुछ बच्चे अपने आप को सुरक्षित जगह पर ले कर बैठ गए, जबकि कुछ ने दूसरों को मदद करने की कोशिश की।
मैच के दौरान उपस्थित कुछ शिक्षकों ने तुरंत बच्चों को इकट्ठा करके उन्हें खुली जगह से दूर ले गए। इस दौरान स्थानीय पुलिस और इमरजेंसी के आधिकारी मौके पर आए, पर उन्होंने पुष्टि की कि कोई भी घायल नहीं हुआ। सभी बच्चों को बाद में कक्षा में बैठाकर उनके भावनात्मक स्थिति को समझा गया, ताकि इस तरह की घटना के बाद उनका मनोबल बना रहे।
स्थानीय प्रतिक्रिया और सीख
कबाड़ी मैदान के पास मौजूद प्रशासनिक अधिकारी इस बात पर ज़ोर देते हैं कि बारिश और बिजली के समय में बाहर के खेल को टालना चाहिए। उन्होंने यह भी बताया कि स्कूल और कॉलेज में बुनियादी आपातकालीन प्रोटोकॉल होने चाहिए, जैसे कि विश्वसनीय चेतावनी प्रणाली और सुरक्षित आश्रयस्थानों की उपलब्धता।
बस्ती के जिलाधिकारी ने कहा, "बच्चों की सुरक्षा हर चीज़ से ऊपर है। इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए मौसम की पूर्वानुमान को ध्यान में रखते हुए खेलकूद की योजना बदलनी चाहिए।" उन्होंने स्थानीय स्कूलों से अनुरोध किया कि वे तेज़ बारिश या तूफ़ान के दौरान सभी बाहरी गतिविधियों को व्यवस्थित रूप से रद्द कर दें।
इस घटना ने सोशल मीडिया पर भी कई लोगों को जागरूक किया। कई टिप्पणियों में कहा गया कि इस तरह की अनपेक्षित स्थिति में कबड्डी जैसे खेल के मैदान में तुरंत सुरक्षित जगह ढूँढ़ना ही सबसे बड़ा उपाय है। कुछ ने सुझाव दिया कि खेल के दौरान छोटे‑छोटे मौसम रडार या मोबाइल ऐप के माध्यम से रियल‑टाइम अलर्ट देना चाहिए, ताकि अचानक बदलते मौसम से पहले ही सभी को सूचित किया जा सके।
भविष्य में इस तरह की अप्रत्याशित प्राकृतिक घटनाओं से बचाव के लिए स्थानीय परिषद ने शिक्षा संस्थानों के साथ मिलकर एक विशिष्ट आपातकालीन योजना तैयार करने का इरादा जताया है। इस योजना में खेल के मैदान की डिज़ाइन, निकासी मार्गों की स्पष्टता, और प्रथम‑सहायता किट की उपलब्धता शामिल होगी। इस प्रकार, बच्चे और शिक्षकों दोनों को संभावित जोखिमों से बचाने में मदद मिलेगी।
Ashish Perchani
सितंबर 26, 2025 AT 14:44Dr Dharmendra Singh
सितंबर 26, 2025 AT 20:07sameer mulla
सितंबर 28, 2025 AT 06:33Prakash Sachwani
सितंबर 28, 2025 AT 18:19Pooja Raghu
सितंबर 30, 2025 AT 18:03Pooja Yadav
अक्तूबर 1, 2025 AT 22:47Pooja Prabhakar
अक्तूबर 1, 2025 AT 22:59Anadi Gupta
अक्तूबर 3, 2025 AT 04:05shivani Rajput
अक्तूबर 3, 2025 AT 22:37Jaiveer Singh
अक्तूबर 4, 2025 AT 06:41Arushi Singh
अक्तूबर 6, 2025 AT 02:30Rajiv Kumar Sharma
अक्तूबर 7, 2025 AT 19:00