Bharat E Market App: अमेजन, फ्लिपकार्ट और अलीबाबा जैसी बड़ी साइटों से लेगा टक्कर – भारत में इस समय कई सारी ऑनलाइन शॉपिंग कंपनियां चल रही हैं और उन्होंने लोगों के बीच विश्वास को हासिल किया है और अच्छा-खासा कारोबार जमा लिया है। इस समय भारत में अमेजॉन, फ्लिपकार्ट जैसी कई बड़ी कंपनियां लोगों के बीच काफी पॉपुलर हैं। अमेजॉन और फ्लिपकार्ट के अलावा भारत में मिंत्रा और स्नैपडील भी काफी प्रसिद्ध है। इन्हीं जैसे ऑनलाइन शॉपिंग साइटों को टक्कर देने के लिए अब 8 करोड़ व्यापारियों वाले संगठन Confederation of All India Traders (CAIT) ने वेंडर मोबाइल एप्लीकेशन Bharat E Market को दिल्ली में लांच किया है।
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अमेजन, फ्लिपकार्ट और अलीबाबा जैसी बड़ी साइटों से लेगा टक्कर:
CAIT ने Bharat E Market के एप्लीकेशन को पूरी तरह से भारतीय बताया है और इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वोकल फ़ॉर लोकल विजन पर आधारित बताया है। CAIT के दावों के अनुसार दिसंबर तक Bharat E Market के साथ 7 लाख नए ग्राहक जुड़ सकते हैं।
इसके अलावा उनके द्वारा यह उम्मीद की जा रही है कि दिसंबर 2023 तक करीब एक करोड़ ट्रेडर्स इस प्लेटफॉर्म से जुड़ सकते हैं। अगर सच में ऐसा होता है तो यह दुनिया की सबसे बड़ी ऑनलाइन शॉपिंग पोर्टल बन जाएगा। कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है कि आगे चलकर यह अमेजॉन, फ्लिपकार्ट और अलीबाबा जैसी बड़ी शॉपिंग वेबसाइटों को टक्कर देगा।
Bharat E Market में क्या है ख़ास?
- Bharat E Market पोर्टल के जरिए व्यापारी से व्यापारी (B2B) और व्यापारी से उपभोक्ता (B2C) किसी भी सामान को आसानी से खरीद सकेंगे।
- इस पोर्टल में ई दुकान खरीदने के लिए आपको मोबाइल ऐप के जरिए ही रजिस्ट्रेशन कराना होगा।
- यह एप्लीकेशन पूरी तरह से भारत में निर्मित है इसलिए आपके द्वारा दी गई जानकारी भारत में ही रहेगी। जैसे दुकान का रजिस्ट्रेशन करते समय आप जो भी कागजात या डिटेल्स देते हैं वह भारत में ही स्टोर होगा, कहीं विदेशों में स्टोर नहीं होगा।
- कंपनी ने यह साफ कर दिया है कि इस एप्लीकेशन को किसी भी विदेशी फंडिंग की जरूरत नहीं है। इसके अलावा यह भविष्य में भी कभी विदेशी फंडिंग नहीं लेगा।
- इसके अलावा कंपनी ने यह भी साफ कहा है कि इस पोर्टल पर कोई भी चीनी सामान की बिक्री नहीं की जाएगी, इससे घरेलू व्यापारियों को बढ़ावा मिलेगा।
- इस पोर्टल की सबसे खास बात यह है कि इसमें किसी भी कारोबारी से व्यापार के लिए कोई पैसा नहीं लिया जाता है।
- इस पोर्टल के जरिए स्थानीय शिल्पकारों, छोटे निर्माताओं और छोटे उत्पादकों द्वारा बनाए गए सामानों की बिक्री राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में की जाएगी। इससे उनके उद्योग को बढ़ावा मिलेगा और भारतीय सामानों का विदेशों में भी चलन होगा।
देसी ऑनलाइन शॉपिंग पोर्टल Bharat E Market के लॉन्च हो जाने से अमेजॉन और फ्लिपकार्ट जैसी बड़ी कंपनियों को नुकसान सहना पड़ सकता है। क्योंकि अमेजॉन एक अमेरिकी कंपनी है और फ्लिपकार्ट को भी अमेरिकी कंपनी वालमार्ट ने खरीद लिया है और इसमें माइक्रोसॉफ्ट का भी शेयर है। इस तरह से यह दोनों बड़ी पॉपुलर कंपनियां अब पूरी तरह से विदेशी हैं। ऐसे में इन पोर्टल पर आप जो भी डिटेल सबमिट करते हैं, वह सभी डिटेल्स और डाटा विदेश में स्टोर होती हैं। लेकिन यदि आप भारत ई मार्केट पोर्टल पर कोई भी डिटेल या डॉक्यूमेंट सबमिट करते हैं तो वह डाटा भारत में ही स्टोर रहेगा।
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Bharat E Market पर सामान मिलेगा सस्ता:
सीएआईटी ने यह दावा किया है कि भारत ई मार्केट पोर्टल पर अन्य किसी पोर्टल के मुकाबले सस्ते दामों पर सामान मिलेंगे और उन सामानों को जल्द से जल्द उपभोक्ता तक पहुँचाने की कोशिश करेंगे। इस तरह से वे सभी उपभोक्ताओं को अच्छी सर्विस देकर उन पर अपनी पकड़ मजबूत करेंगे।
अमेजॉन फ्लिपकार्ट जैसी बड़ी कंपनियों को छोड़ देगा पीछे:
सीएआईटी से करीब8 करोड़ कारोबारी जुड़े हुए हैं और उनमें से करीब 7 करोड़ कारोबारियों के नीचे लगभग 40 से 45 करोड़ लोग काम करते हैं। इसके अलावा आठ करोड़ कारोबारी भी किसी न किसी के ग्राहक जरूर हैं। यदि इन आठ करोड़ कारोबारियों में से 5% भी भारत पोर्टल पर जुड़ते हैं तो यह अमेजॉन और फ्लिपकार्ट से आगे निकल जाएगा। वर्तमान में अमेजॉन पर लगभग 5 लाख कारोबारी और फ्लिपकार्ट पर लगभग 1.5 लाख कारोबारी रजिस्टर्ड हैं। कुल मिलाकर भारत पोर्टल आगे चलकर विश्व की सबसे बड़ी ई-कॉमर्स साइट बन सकती है।
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